पटना: बिहार के सबसे बड़े सियासी परिवार राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद के बेटे और पूर्व मंत्री तेजप्रताप की शादी की तैयारियां अंतिम चरण में हैं और अब वैवाहिक रस्में भी शुरू हो गई हैं। बुधवार की रात पूर्व मंत्री चंद्रिका राय के आवास पर मेंहदी और संगीत का कार्यक्रम संपन्न हुआ जिसमें तेजप्रताप सहित लालू प्रसाद को छोड़कर उनका पूरा परिवार शामिल हुआ। तेजप्रताप यादव की शादी 12 मई को होगी। रांची से मिल रही सूचना के मुताबिक, शादी में शामिल होने के लिए तेजप्रताप के पिता और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को पैरोल मिल गया है लेकिन कुछ कानूनी उलझनों के कारण अब तक वे पटना नहीं पहुंच सके हैं।
उल्लेखनीय है कि तेज प्रताप की शादी बिहार के ही एक राजनीतिक परिवार राज्य के मुख्यमंत्री रहे दरोगा प्रसाद राय की पोती और सारण की परसा सीट से राजद के विधायक चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय के साथ हो रही है। तेज प्रताप और ऐश्वर्या राय की सगाई 18 अप्रैल को पटना के एक होटल में हुई थी। चंद्रिका राय भी बिहार सरकार में मंत्री में रह चुके हैं।
संगीत कार्यक्रम के मौके पर तेजप्रताप ने पीले रंग की जॉकेट पहन रखी थी वहीं उनकी होने वाली पत्नी ऐश्वर्या हरे रंग की साड़ी में अपनी सहेलियों और बहनों के साथ कार्यक्रम में शामिल थी।
ऐश्वर्या के पिता चंद्रिका राय ने बताया कि बारात का स्वागत सबसे पहले वेटेनरी कॉलेज परिसर के मैदान में होगा। वहां जयमाला के लिए बड़ा स्टेज तैयार किया जा रहा है जिसे फूलों से सजाया जाएगा। इस समारोह में छह हजार लोगों के भाग लेने की संभावना है। इसी मैदान में प्रीतिभोज का भी आयोजन किया गया है। वेटेनरी कॉलेज मैदान में जयमाल और स्वागत के बाद दूल्हे के रूप में तेजप्रताप, चंद्रिका राय के सरकारी आवास पहुंचेंगे जहां सभी वैवाहिक रस्में होंगी।
इधर, भले ही दोनों परिवारों के लोग शादी की अंतिम तैयारी में व्यस्त हैं लेकिन सभी की निगाहें लालू के पटना पहुंचने पर टिकी हैं। लालू चारा घोटाला मामले में रांची की जेल में सजा काट रहे हैं। तबियत नासाज रहने के कारण बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद का राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आरआईएमएस) में इलाज किया जा रहा है। एक मई को उन्हें नई दिल्ली के एम्स से यहां लाया गया था।
जेल प्रशासन और गृह विभाग के बीच परामर्श के बाद लालू को पैरोल दी गई है। लालू प्रसाद ने तेज प्रताप की शादी में शामिल होने के लिए पांच दिनों की पैरोल मांगी थी। हालांकि सूत्रों का कहना है कि कुछ कानूनी अड़चनों के कारण लालू अभी तक रांची से पटना के लिए रवाना नहीं हो सके हैं।