नई दिल्ली: बिहार में महागठबंधन के बीच लगातार तनाव बढ़ रहा है। बताया जा रहा है कि बिहार में आरजेडी के सभी मंत्री इस्तीफा दे सकते हैं। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक आरजेडी के सभी मंत्री इस्तीफा देकर बाहर से नीतीश सरकार को समर्थन कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि आरजेडी ये कार्रवाई उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से नीतीश कुमार द्वारा इस्तीफा मांगने के विरोध में कर सकती है। ये भी पढ़ें: भारत और चीन में बढ़ी तल्खियां, जानिए किसके पास है कितनी ताकत
वहीं जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि, “आरजेडी 80 विधायकों पर अहंकार ना करे। नीतीश कुमार के नाम पर चुनाव में जीत मिली और विधान सभा पहुंच पाए। पहले के चुनाव में अपनी हालत देख ले। तेजेस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारों को समझे। नीतीश कुमार चुप्पी तोड़ेंगे तो महागठबंधन के लिए अच्छा ही होगा।“
हाल ही में जेडीयू ने आधिकारिक तौर पर तेजस्वी को जनता के बीच जाकर अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफ़ाई देने के लिए चार दिन का अल्टीमेटम दिया था। इस बीच जेडीयू सूत्रों का कहना है कि तेजस्वी की ये सफ़ाई कुछ दिनों के लिए ही कारगर होगी। मीडिया से बातचीत में लालू ने यह भी जोड़ा कि वे बिहार के गठबंधन पर कोई संकट नहीं आने देंगे।
गौरतलब है कि राजद की मीटिंग में यह फैसला लिया गया कि तेजस्वी यादव उप मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र नहीं देंगे और गठबंधन पर कोई आंच नहीं आएगी। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मसले पर अपनी चुप्पी भले नहीं तोड़ रहे, लेकिन दोनों दलों के नेताओं में बयानबाजी तेज हो चली है। जद (यू) की बैठक के बाद तेजस्वी को चार दिन का समय दिया गया है और जनता की अदालत में लगे आरोपों की सफाई देने की बात कही गई है। पार्टी भ्रष्टाचार को लेकर अभी जीरो टॉलरेंस अपना रही है।
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