पप्पू यादव
बाहुबली कहे जाने वाले पप्पू यादव को विद्रोह के बाद लालू ने पार्टी से निकाल दिया था जिसके बाद से वो अपनी नई पार्टी बनाकर लालू का नुकसान करने में जुटे हैं। पप्पू यादव ने पहली बार लोक सभा चुनाव 1991 में जीता, उसके बाद 1996, 1999 और 2004 में भी अलग अलग चुनाव क्षेत्रों से एसपी, एलजेपी और आरजेडी पार्टी से चुनाव जीते। यही नहीं पप्पू यादव 2015 के बेस्ट परफॉर्मिंग सासंद भी हैं।
पप्पू यादव का अपने इलाके में मुसलमान और यादवों पर अच्छी पकड़ है। फरवरी 2008 में मार्क्सवादी कमयूनिस्ट पार्टी के विधायक अजीत सरकार की हत्या के आरोप में निचली आदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया था।
वैसे रॉबिनहुड वाली छवि की वजह से अपने इलाके में वो हर समाज में लोकप्रिया माने जाते हैं लेकिन राज्य के बाकी हिस्सों में आम लोगों के बीच उनकी छवि अच्छी नहीं मानी जाती।
उन्होंने अपनी पत्नी तथा पूर्व सांसद रंजीता रंजन को चुनावी अखाड़े में उतारा है।