नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने वाले पंजीकृत गैर मान्यताप्राप्त राजनीतिक दलों को इस बार दिलचस्प चुनाव चिन्ह आवंटित किए गए हैं जिनमें हरी मिर्च, फूलगोभी, टेलीफोन, जूता, चप्पल, आईसक्रीम, बाल्टी आदि शामिल हैं। जहां राजनीतिक दलों के चुनाव चिन्ह दिलचस्प हैं, वहीं चुनाव लड़ने वाले दलों के नाम भी काफी रोचक हैं। इनमें आप और हम पार्टी, नेशनल टाइगर पार्टी, साथी और आपका फैसला पार्टी और नेशनल रोड मैप पार्टी आफ इंडिया आदि शामिल हैं जो विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतार रहे हैं।
जीतन राम मांझी की हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (एस) को टेलीफोन चुनाव चिन्ह प्रदान किया गया है । उनकी पार्टी को सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार उतारने के लिए चिन्ह प्रदान किया गया है। चुनाव में उतरने वाली एक अन्य पार्टी लोक आवाज दल को हरी मिर्च चुनाव चिन्ह आवंटित किया गया है। उसे 50 सीटों के लिए चिन्ह प्रदान किया गया है। आम जनता पार्टी राष्ट्रीय को आईसक्रीम चुनाव चिन्ह प्रदान किया गया है। बिहार में पांच चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 56 राजनीतिक दलों को चुनाव चिन्ह आवंटित किसे गए हैं।
चुनाव चिन्ह (आरक्षण एवं आवंटन) आदेश 1968 के अनुसार, चिन्ह या तो आरक्षित होते हैं या मुक्त होते हैं। आरक्षित चिन्ह ऐसे चिन्ह होते हैं जो विशेष तौर पर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने के लिए होते हैं। मुक्त चिन्ह ऐसे होते हैं जो मान्यता प्राप्त पार्टी के लिए आरक्षित चिन्ह के अतिरिक्त होते हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, उसके समक्ष 24 जुलाई तक 1866 राजनीतिक दल पंजीकृत थे जिनमें से 56 दल या तो राष्ट्रीय पार्टी अथवा राज्य स्तरीय दल के रूप में मान्यता प्राप्त थे। इसके अलावा अन्य सभी दल गैर मान्यता प्राप्त पंजीकृत दल के रूप में दर्ज हैं। बसपा, भाजपा, भाकपा, माकपा, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ऐसे छह दल हैं जो राष्ट्रीय स्तर पर पंजीकृत दल के रूप में दर्ज हैं। इन दलों के राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर आरक्षित चुनाव चिन्ह हैं।
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