नई दिल्ली: बिहार में एनडीए का बिग ब्रदर कौन है इन सवालों के बीच कल पटना में एनडीए के सभी घटक दलों के लिए एक डिनर का आयोजन किया गया। मोदी सरकार के चार साल पूरे होने की खुशी में बीजेपी ने इसका आयोजन किया। मकसद था एनडीए के सभी सहयोगियों को साथ लाना। डिनर में नीतीश कुमार, रामविलास पासवान, रविशंकर प्रसाद समेत कई बड़े नेता और मंत्री मौजूद थे लेकिन राष्ट्रीय लोक समता पार्टी इस डिनर में शामिल नहीं हुई।
डिनर में किसी एक पार्टी की कमी खली तो वो थी उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में टिकटों को लेकर बिहार एनडीए के घटक दलों में अभी से खींचतान शुरू हो गई है। बिहार में लोकसभा की चालीस सीट हैं। नीतीश कुमार की जेडीयू ने पच्चीस सीटों पर दावा ठोंक दिया है।
बाकी बची पंद्रह सीट, इसमें बीजेपी, एलजेपी और आरएलएसपी शामिल हैं। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने साफ कह दिया है कि उसे जेडीयू की एकतरफा दावेदारी रास नहीं आई है। हालांकि बीजेपी और एलजेपी अभी इस मुद्दे पर चुप हैं लेकिन जेडीयू अपनी मांग पर अड़ी है।
2019 लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी दल जिस तरह महागठबंधन बना रहे हैं उसने बीजेपी के सामने मुश्किल खड़ी कर दी है। ऐसे में बीजेपी अभी सहयोगियों को नाराज़ नहीं करना चाहती लेकिन वो ये भी नहीं चाहेगी कि जेडीयू की वजह से एलजेपी और आरएलएसपी जैसी पार्टियां नाराज़ हो जाएं।