पटना: बिहार में इस चुनावी वर्ष में नेता अब अपने फायदे को देखते हुए आलोचना और तारीफ करने लगे हैं। एक ओर जहां राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव की बेरोजगारी हटाओ यात्रा पर जद (यू) प्रश्न खड़े कर रहा है, वहीं जद (यू) के विधान पार्षद जावेद इकबाल अंसारी और विधायक अमरनाथ गामी ने तेजस्वी की यात्रा के निर्णय को सही करार देते हुए उनकी जमकर तारीफ की है।
जेडीयू के विधान पार्षद जावेद इकबाल अंसारी ने तेजस्वी की तारीफ करते हुए सोमवार को कहा कि विपक्षी नेता 'बेरोजगारी हटाओ यात्रा' पर निकल रहे हैं, जो एक अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि "पिछले 10-15 वर्षों में बेरोजगारी के कारण बिहार से युवाओं का पलायन बढ़ा है। यहां के लोग दूसरे राज्यों में काम करने के लिए जाते हैं, लेकिन वहां अपमानित होते हैं। जो भी नेता या शख्स इस समस्या और युवाओं के भविष्य के लिए सड़कों पर उतरता है, तो ऐसे में उसकी सराहना की जानी चाहिए।"
जेडीयू के विधायक अमरनाथ गामी ने भी तेजस्वी की तारीफ की और कहा, "बिहार में बेरोजगारी की समस्या बड़ी समस्या है। आज दिल्ली चुनाव में भी वही लोग जो यहां रोजगार नहीं मिलने से दिल्ली गए हैं, ने वोट देकर आम आदमी पार्टी को सत्ता सौंपी, जबकि बिहार की पार्टियों को नकार दिया है।" उन्होंने कहा कि तेजस्वी की यह पहल स्वागतयोग्य है।
इस बीच, जेडीयू के दोनों नेताओं के पार्टी विरोधी बयान पर पार्टी प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा, "जिनकी जमीन खिसक गई है, वह निजी तौर पर किसी की तारीफ करें, ये सब अपना प्रचार पाने के लिए किया जाता है। जिसे जो करना हो करे, ऐसे लोग अपना आधार कमजोर कर रहे हैं। इससे पार्टी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है।"
उल्लेखनीय है कि राजद नेता तेजस्वी यादव 23 फरवरी से राज्य में 'बेरोजगारी हटाओ यात्रा' पर निकलने वाले हैं। इस यात्रा को लेकर जेडीयू तेजस्वी और राजद पर लगातार निशाना साध रहा है।