पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां सोमवार को कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर उनका नजरिया स्पष्ट है। उन्होंने कहा कि वे पाटीदार के ही नहीं, जाट और मराठा के आरक्षण के भी पक्षधर हैं। नीतीश ने गुजरात विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जीत का दावा करते हुए कहा कि भाजपा को गुजरात में कोई खतरा नहीं है।
मुख्यमंत्री ने यहां 'लोक संवाद कार्यक्रम' में भाग लेने के बाद संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा, "मैं आरक्षण का प्रारंभ से समर्थक रहा हूं। आरक्षण के मुद्दे पर हमारा नजरिया स्पष्ट है। मैं जाट और मराठा आरक्षण का भी पक्षधर हूं।" उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि आज आरक्षण के लिए ऐसे समुदायों को भी क्यों मांग करनी पड़ रही है, यह भी देखना चाहिए।
नीतीश ने गुजरात विधानसभा चुनाव के विषय में पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में कहा कि गुजरात में भी भाजपा की जीत तय है। उन्होंने कहा, "जो लोग हार की बात कर रहे हैं, उन्हें भावना भी समझनी चाहिए। मेरी दृढ़ धारणा है कि जिस राज्य का प्रधानमंत्री हो उस राज्य के लोग प्रधानमंत्री को छोड़कर किसी और के साथ क्यों जाएंगे? भाजपा को गुजरात चुनाव में कोई खतरा नहीं है।"
नीतीश ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भी भारत का अंग बताते हुए कहा कि जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को बोलने की आजादी है और सबके अपने-अपने विचार हैं।
नीतीश ने एक बार फिर बाल विवाह और दहेज प्रथा विरोध की चर्चा करते हुए कहा कि इसके साथ ही शराबबंदी के लिए भी काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि इससे राज्य में माहौल बदला है। उन्होंने लोगों से समाजहित में कार्य करने की अपील भी की।