Highlights
- मेघालय में कांग्रेस के 18 में से 12 विधायक अब TMC में शामिल हो चुके हैं।
- मेघालय में अब मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस की बजाय तृणमूल कांग्रेस बन गई है।
- कांग्रेस ने कहा है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी इस तरह के प्रयासों से कमजोर नहीं होगी।
शिलॉन्ग: मेघालय में तृणमूल कांग्रेस ने कांग्रेस को एक बड़ा झटका दिया है। सूत्रों के मुताबिक, मेघालय में कांग्रेस के 18 में से 12 विधायकों ने अब ममता बनर्जी के नेतृत्व वाले तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस के 18 में से 12 विधायक अब TMC में शामिल हो चुके हैं, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा का नाम भी है। ऐसे में मेघालय में अब मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस की बजाय तृणमूल कांग्रेस बन गई है। मेघालय में विधायकों के दलबदल को कांग्रेस के लिए बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है।
दिल्ली में ममता ने लगाई कांग्रेस में सेंध
बता दें कि इससे पहले दिल्ली में कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद और कांग्रेस की हरियाणा इकाई के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने मंगलवार को ममता बनर्जी की मौजूदगी में तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर ममता बनर्जी ने कहा था, ‘इस बार मैंने मुलाकात के लिए सिर्फ प्रधानमंत्री का समय मांगा था। सभी नेता पंजाब के चुनाव में व्यस्त हैं। काम पहले है, हर बार हमें सोनिया गांधी से क्यो मिलना चाहिए? यह संवैधानिक रूप से बाध्यकारी थोड़े ही है?’
‘ऐसे प्रयासों से कमजोर नहीं होगी कांग्रेस’
वहीं, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने अपनी पार्टी के कुछ नेताओं के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने को ‘नाटक’ करार देते हुए बुधवार को कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी इस तरह के प्रयासों से कमजोर नहीं होगी और उसे कोई खत्म नहीं कर पाएगा। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि पहले भी कांग्रेस को कमजोर करने का प्रयास किया गया, लेकिन यह सफल नहीं हुआ और आगे भी सफल नहीं होगा क्योंकि यह पार्टी जनता के मुद्दे उठाती आ रही और उठाती रहेगी।