चंडीगढ़: शिरोमणि अकाली दल ने कहा कि पंजाब सरकार शाहिद कपूर अभिनीत 'उड़ता पंजाब' फिल्म पर रोक लगाने पर विचार नहीं कर रही है। यह फिल्म हाल में सेंसरशिप विवाद में आई थी, जिस पर राज्य को बदनाम करने के लिए फिल्म निर्माण में AAP का कथित 'हाथ' होने का आरोप है।
शिरोमणि अकाली दल सचिव, प्रवक्ता एवं राज्य के शिक्षा मंत्री दलजीत सिंह चीमा ने कहा, 'मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि शिअद फिल्म, मीडिया एवं रचनात्मकता के खिलाफ नहीं है। उसने हमेशा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एवं प्रेस की आजादी का समर्थन किया है।' उन्होंने कहा कि 'शिअद ने ही 1975 में आपातकाल के दौरान प्रेस की आजादी की मांग के साथ आंदोलन सबसे पहले शुरू किया था।' उन्होंने कहा कि यह धारणा बनाई जा रही है कि पार्टी फिल्म को सेंसर कर रही है, जो पूरी तरह से गलत है। शिअद ने इस मामले में चुनाव आयोग से हस्तक्षेप की मांग करते हुए सर्वदलीय बैठक बुलाने का अनुरोध किया।
चीमा ने आम आदमी पार्टी के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से कहा कि वह 'उड़ता पंजाब' के निर्माण में उनकी पार्टी की भूमिका को स्वीकार करें, क्योंकि उनके स्वयं के ट्वीट में फिल्म के सह निर्माता समीर नायर का स्वागत किया गया। इससे यह तथ्य बेनकाब हो गया है कि निर्माता आप का सक्रिय सदस्य है।
चीमा ने आरोप लगाया, आप का उड़ता पंजाब के निर्माताओं से कोई संपर्क होने से किया गया इंकार बेनकाब हो गया है। बालाजी टेली फिल्म्स के सीईओ पार्टी की संचार शाखा के सक्रिय सदस्य निकले हैं। उन्होंने कहा, 'अब इस बात के निर्णायक साक्ष्य हैं कि उड़ता पंजाब के निर्माण में एक सक्रिय आप सदस्य की प्रमुख भूमिका है।' आप को पंजाबियों को बदनाम नहीं करने की नसीहत देते हुए चीमा ने आरोप लगाया कि पार्टी यह साबित करने का पुरजोर प्रयास कर रही है कि पंजाब नशीले पदार्थों का स्वर्ग है।
चुनाव आयोग से इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाने का अनुरोध करते हुए चीमा ने कहा कि चुनाव की आदर्श आचार संहिता के लागू होने के बाद प्रचार के प्रत्येक माध्यम के लिए पूर्व अनुमति लेनी पड़ती है। यह पहली बार ऐसा हुआ है कि राज्य और उसके लोगों को बदनाम करने के लिए तीन घंटे की फिल्म को धन दिया गया।
इस फिल्म की बिना सेंसर वाली सीडी बांटने संबंधी घोषणा करने के लिए पंजाब कांग्रेस के प्रमुख अमरिन्दर सिंह को आड़े हाथ लेते हुए चीमा ने कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक है कि एक वरिष्ठ नेता 'भद्दी, शर्मनाक, अभद्र एवं गाली-गलौच पूर्ण भाषा' वाली फिल्म को प्रोत्साहन दे रहे हैं। चीमा ने कहा कि हाल के घटनाक्रमों से साबित हुआ है कि ड्रग के मुद्दे पर राजनीति किए जाने का शिअद का दावा सही साबित हुआ है।