नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े राजनीतिक घराने में पैदा हुई प्रियंका गांधी आज राजनीति की राहों पर हैं। कड़ी सुरक्षा में प्रियंका पली-बढ़ीं। इस दौरान न तो वो किसी से ज्यादा दोस्ती कर सकी और न ही ज्यादा किसी से घुल-मिल सकी। उनकी जिंदगी में कई बार ऐसे मोड़ आए, जब सबसे करीबी भी एक-एक करके दूर होते चले गए लेकिन ये बहुत कम लोग जानते हैं कि महज 13 साल की उम्र में प्रियंका गांधी की प्रेम कहानी शुरू हो गई थी।
जब प्रियंका महज 13 साल की थीं तो उन्होंने स्कूल में पढ़ने वाले राबर्ट वाड्रा को पहली बार देखा था। स्कूल में साथ पढ़े राबर्ट को देखते ही उन्हें पहली नजर में उनसे प्यार हो गया। रॉबर्ट वाड्रा अक्सर प्रियंका के घर आते-जाते रहते थे। रॉबर्ट उस वक्त प्रियंका के भाई राहुल गांधी के अच्छे दोस्त बन गए थे। उसी वक्त पहली नज़र के इस प्यार ने रॉबर्ट और प्रियंका को एक दूसरे का हमसफर बना दिया।
अपने फैसले पर अटल रहने की अदा भी प्रियंका ने अपनी दादी इंदिरा से सीखी थी। कहते हैं शादी से 6 साल पहले तक प्रियंका गांधी और रॉर्बट वाड्रा घर वालों से छिप-छिप कर एक दूसरे से मिलते रहे। प्रियंका गांधी ने ही रॉर्बट वाड्रा को पहले प्रपोज़ किया था जिसकी वजह से वो उन्हें किसी कीमत पर खोना नहीं चाहती थीं।
आखिरकार हिम्मत कर प्रियंका ने अपने परिवार को अपने रिश्ते के बारे में बताया लेकिन गांधी परिवार ने इस रिश्ते का विरोध किया। दादी इंदिरा गांधी की तरह प्रियंका भी अपने प्यार के लिए अड़ गईं और परिवार को शादी के लिए हामी भरनी ही पड़ी। 18 फरवरी 1997 में प्रियंका गांधी रॉर्बट वाड्रा से शादी के बंधन में बंध गई। शायद यही वजह है कि आज भी प्रियंका अपने पति की तौहीन में एक शब्द भी बर्दाश्त नहीं कर पातीं।
बहुत कम लोग जानते हैं कि प्रियंका और रॉबर्ट की शादी काफी लो-प्रोफाइल रखी गई थी। शादी में महज 150 मेहमानों को ही न्यौता दिया गया था। इन मेहमानों में बच्चन परिवार भी शामिल था।