नई दिल्ली। नवंबर और दिसंबर के दौरान पांच राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मिजोरम और तेलंगाना में होने वाले विधान सभा चुनावों को केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के लिए 2019 के लोक सभा चुनाव से सेमीफाइनल की तरह देखा जा रहा है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के चुनाव नतीजों से काफी हद तक 2019 के लोक सभा की तस्वीर साफ हो जाएगी।
चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तिथियों की घोषणा शनिवार को कर दी। राजस्थान और तेलंगाना में सात दिसंबर को, मध्यप्रदेश और मिजोरम में 28 नवंबर को और छत्तीसगढ़ में दो चरणों में 12 और 20 नवंबर को मतदान होंगे। मतों की गिनती 11 दिसंबर को की जाएगी। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओम प्रकाश रावत ने यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "राजस्थान और तेलंगाना में एक ही दिन सात दिसंबर को मत डाले जाएंगे। वहीं मध्यप्रदेश और मिजोरम में 28 नवंबर को मतदान होंगे।"
उन्होंने कहा, "छत्तीसगढ़ में दो चरणों में 12 और 20 नवंबर को मतदान होंगे।" रावत ने कहा कि वोटों की गिनती 11 दिसंबर को की जाएगी। 200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा का कार्यकाल 20 जनवरी, 2019 को समाप्त होगा। यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता में है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री और तेलंगाना राष्ट्र समिति(टीआरएस) के प्रमुख चंद्रशेखर राव ने विधानसभा का कार्यकाल पूरा होने के करीब नौ महीने पहले ही पिछले महीने सदन को भंग कर दिया था।
चुनाव आयोग ने छत्तीसगढ़ का विधानसभा का चुनाव दो चरणों में कराने की घोषणा की है रावत ने कहा, "पहले चरण में, राज्य के दक्षिणी भाग में 18 विधानसभा क्षेत्रों में 12 नवंबर को मतदान होंगे। ये क्षेत्र नक्सल प्रभावित हैं। बाकी बचे 72 विधानसभा क्षेत्रों में 20 नवंबर को मतदान होंगे।" उन्होंने कहा कि यहां पहले चरण के चुनाव की अधिसूचना 16 अक्टूबर को जारी होगी और नामांकन भरने की अंतिम तिथि 23 अक्टूबर होगी। नामांकन पत्रों की जांच 24 अक्टूबर को की जाएगी और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 26 अक्टूबर है। दूसरे चरण के 72 विधानसभा क्षेत्रों के लिए अधिसूचना 26 अक्टूबर को जारी की जाएगी, जबकि यहां नामांकन भरने की अंतिम तिथि दो नवंबर है।
उन्होंने कहा कि दूसरे चरण के लिए नामांकन पत्रों की जांच तीन नवंबर को की जाएगी और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि पांच नवंबर होगी। मध्यप्रदेश और मिजोरम में चुनाव एक ही चरण में होंगे और दोनों जगह मतदान 28 नवंबर को होंगे। यहां मतों की गिनती 11 दिसंबर को होगी। रावत ने कहा, "230 सदस्यीय मध्यप्रदेश विधानसभा का कार्यकाल सात जनवरी, 2019 को समाप्त हो रहा है, जबकि 40 सदस्यीय मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल 15 दिसंबर, 2018 तक है।"