सिलचर: राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) ड्राफ्ट के प्रकाशन के आलोक में असम की स्थिति का जायजा लेने के लिए यहां आए तृणमूल कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल को हवाई अड्डे पर ही रोक दिया गया। इस प्रतिनिधिमंडल में तृणमूल कांग्रेस के 6 सांसद हैं। इस बीच असम तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष दीपेन कुमार पाठक ने इस्तीफा दे दिया है। बताया जाता है एनआरसी पर ममता बनर्जी के बयान से आहत होकर उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।
तृणमूल कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल के सदस्य सुखेंदु रॉय ने पीटीआई भाषा को बताया कि पुलिस ने उनके पहुंचने के बाद हवाई अड्डे पर उन्हें यह कहकर रोक दिया कि उनकी यात्रा से समस्या खड़ी हो सकती है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बराक घाटी क्षेत्र के कछार जिले में यहां कुंभीग्राम हवाई अड्डे पर तृणमूल प्रतिनिधिमंडल वीआईपी विश्रामालय में रूका है। प्रतिनिधिमंडल में छह सांसद है।
कछार जिला प्रशासन ने कल रात सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी की थी और जिले में एनआरसी प्रक्रिया से असंबद्ध किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी थी। तृणमूल प्रतिनिधिमंडल पार्टी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर वहां गया है। इस बीच ममता बनर्जी ने इस घटना की निंदा की है और कहा कि यह एक अंत की शुरुआता हो रही है। वे लोग निराश और हताश होकर इस तरह की कार्रवाई कर रहे हैं।
ममता बनर्जी भाजपा नीत केंद्र सरकार पर एनआरसी के मुद्दे पर ‘वोटबैंक की राजनीति’ करने का आरोप लगा रही हैं और कह रही हैं कि भारतीय नागरिक अपनी ही जमीन पर शरणार्थी बन गये हैं।