नई दिल्ली | कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को खुद को पार्टी प्रमुख की दौड़ से बाहर बताया। यहां कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, "मैं उन नेताओं में से नहीं हूं जो पार्टी अध्यक्ष पद के लिए अपना नाम आगे बढ़ाते हैं। इस मामले में मेरी राय सभी को पता है।" गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चुनाव पर विचार-विमर्श के लिए सीडब्ल्यूसी शाम को फिर से बैठक करेगी।
इस बीच, पार्टी संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी और अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके राहुल गांधी ने नया अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया से खुद को अलग कर लिया है। नए अध्यक्ष को लेकर सुबह हुई सीडब्ल्यूसी बैठक के बाद नेताओं ने पांच अलग-अलग समूहों में मंथन किया। इन समूहों के परामर्श के आधार पर सीडब्ल्यूसी रात आठ बजे बैठक कर कोई फैसला करेगी। सीडब्ल्यूसी के नेताओं को पांच अलग अलग समूहों- पूर्वोत्तर क्षेत्र, पूर्वी क्षेत्र, उत्तर क्षेत्र, पश्चिमी क्षेत्र और दक्षिण क्षेत्र- में बांटकर परामर्श बैठकें हुईं।
सुरजेवाला ने कहा कि सीडब्ल्यूसी पांच अलग-अलग समूहों में परामर्श कर रही है। रात आठ बजे सीडब्ल्यूसी की फिर बैठक होगी जिसमें इन समूहों की बातचीत में निकले निष्कर्ष के आधार पर निर्णय लिया जाएगा। एक सवाल के जवाब में सुरजेवाला ने यह भी कहा कि अभी गांधी का इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है और यह सीडब्ल्यूसी के विचाराधीन है। सूत्रों के मुताबिक बैठक में शामिल ज्यादातर नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि राहुल गांधी को अध्यक्ष बने रहना चाहिए, हालांकि गांधी ने अपने फैसले पर पुनर्विचार करने से साफ इनकार किया। बैठक से बाहर आने के बाद पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने कहा, ‘‘मुझसे विकल्प के बारे में पूछा गया और मैंने कहा कि राहुल गांधी का कोई विकल्प नहीं है। राहुल गांधी के नेतृत्व में ही पार्टी मजबूत हो सकती है।’’