जयपुर: पंजाब में अगले साल विधान सभा चुनाव होने हैं, लिहाजा मुख्यमंत्री पर फैसला कांग्रेस के लिए आसान नहीं होने वाला है क्योंकि कांग्रेस के अंदर सिद्धू और कैप्टन की तनातनी और बढ़ गई है। पंजाब में कांग्रेस के अंदर मचे घमासान पर अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बयान दिया है। अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा है कि कांग्रेस हाईकमान को कई बार विधायकों एवं आमजन से मिले फीडबैक के आधार पर पार्टी हित में निर्णय करने पड़ते है। उम्मीद है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह जी ऐसा कोई कदम नहीं उठायेंगे जिससे कांग्रेस पार्टी को नुकसान हो।
सीएम गहलोत ने अपने ट्वीट में लिखा है, ''मुझे उम्मीद है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह जी ऐसा कोई कदम नहीं उठायेंगे जिससे कांग्रेस पार्टी को नुकसान हो। कैप्टन साहब ने स्वयं कहा कि पार्टी ने उन्हें साढ़े नौ साल तक मुख्यमंत्री बनाकर रखा है। उन्होंने अपनी सर्वोच्च क्षमता के अनुरूप कार्य कर पंजाब की जनता की सेवा की है।''
आगे उन्होंने लिखा है, ''हाईकमान को कई बार विधायकों एवं आमजन से मिले फीडबैक के आधार पर पार्टी हित में निर्णय करने पड़ते हैं। मेरा व्यक्तिगत भी मानना है कि कांग्रेस अध्यक्ष कई नेता, जो मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में होते हैं, उनकी नाराजगी मोल लेकर ही मुख्यमंत्री का चयन करते हैं। परन्तु वही मुख्यमंत्री को बदलते वक्त हाईकमान के फैसले को नाराज होकर गलत ठहराने लग जाते हैं। ऐसे क्षणों में अपनी अर्न्तरात्मा को सुनना चाहिए।''
एक और ट्वीट में गहलोत ने कहा, ''मेरा मानना है कि देश फासिस्टी ताकतों के कारण किस दिशा में जा रहा है, यह हम सभी देशवासियों के लिए चिंता का विषय होना चाहिए। इसलिए ऐसे समय हम सभी कांग्रेसजनों की जिम्मेदारी देश हित में बढ़ जाती है। हमें अपने से ऊपर उठकर पार्टी व देश हित में सोचना होगा। कैप्टन साहब पार्टी के सम्मानित नेता हैं एवं मुझे उम्मीद है कि वो आगे भी पार्टी का हित आगे रखकर ही कार्य करते रहेंगे।''