नई दिल्ली: देश-विदेश में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है। भारत में भी संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है जिसे देखते हुए मोदी सरकार ने 21 दिनों के लिए देशभर में लॉकडाउन की घोषणा की है। साथ ही लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग की अपील भी की गई है। बावजूद इसके संक्रमितों की संख्या कम नहीं हो रही है। लॉकडाउन के बीच आज पहला जुमा है और इस बीच असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिम समाज के लोगों से अपील की है कि लोग घर पर ही नमाज पढ़ें।
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ओवैसी ने अपने ट्वीट में लिखा, "सभी मुसलमानों से मेरी अपील है कि कल बरोज जुम्मा, घर पर ज़ुहर की नमाज़ अदा करें और मस्जिदों में जमा होने की शकल ना बनाएं। इस लड़ाई में आगे बढ़ने का एकमात्र तरीका है सामाजिक दूरी बनाए रखना. हमें बड़ी सभाओं को रोकना जरूरी होगा।"
इससे पहले मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से कहा गया था कि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर, मुसलमानों को मस्जिदों में जुमे की नमाज़ अदा करने के बजाय घर पर ज़ुहर की नमाज देने की अपील की जाती है। एक साथ की जाने वाली प्रार्थनाओं के लिए बाहर मत निकले और घरों में ही रहें। अपने साथी नागरिकों को कोरोना वायरस के खतरे से बचाने के लिए यह कदम बहुत जरूरी है।