नई दिल्ली: नॉर्थ ईस्ट में घुसपैठ पर सेना प्रमुख बिपिन रावत का एक बड़ा बयान सामने आया है। असम में एक सेमीनार में बोलते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि जितनी तेजी से देश में भाजपा का विस्तार नहीं हुआ उतनी तेजी से असम में बदरुद्दीन अजमल की पार्टी एआईयूडीएफ (अखिल भारतीय संयुक्त डेमोक्रेटिक फ्रंट) बढ़ी है। बिपिन रावत ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि आप इस इलाके में आबादी के डाइनेमिक्स को बदल सकते हैं। अगर ये पांच जिलों या आठ या नौ जिलों में था, तो चाहे किसी की भी सरकार रही हो, चीजें बदली हैं। एक पार्टी है AIUDF, पिछले सालों में इसका विकास भाजपा से भी तेजी से हुआ है। जब हम जनसंघ की बात करते हैं तो ये पार्टी दो सांसदों से आज यहां तक पहुंच गई है, AIUDF असम में इससे भी तेजी से बढ़ रही है।“
आर्मी चीफ के इस बयान पर सियासी बवाल शुरू हो गया है। एआईएमआईएम के चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बयान पर सवाल उठाए हैं। असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर कहा कि आर्मी चीफ को राजनीतिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, किसी राजनीतिक पार्टी के उदय पर बयान देना उनका काम नहीं है। लोकतंत्र और संविधान इसकी इजाजत नहीं देता है, सेना हमेशा एक निर्वाचित नेतृत्व के तहत काम करती है।
जनरल रावत ने पूर्वोत्तर क्षेत्र विशेष रूप से सिलीगुड़ी में सुरक्षा पहलुओं के संबंध में आज यहां आयोजित एक सेमिनार से इतर कहा कि हमारे पश्चिमी पड़ोसी के कारण सुनियोजित तरीके से घुसपैठ जारी है। वे हमेशा कोशिश करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि इस इलाके पर कब्जा हो जाए इसलिए वे प्रॉक्सी वार का सहारा ले रहे हैं। आपको मजबूत देशों से पारंपरिक तरीके से निपटना होगा। मेरे ख्याल से हमारा पश्चिमी पड़ोसी ये प्रॉक्सी गेम बहुत अच्छे तरीके से खेल रहा है और हमारा उत्तरी पड़ोसी इसका समर्थन कर रहा है, ताकि इलाका अशांत रहे।