नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी एक बार फिर अपने बयान से विवादों में घिर गए हैं। ओवैसी ने महाराष्ट्र के बीड़ में एक रैली के दौरान कुछ ऐसी बातें कह दी जिनपर जमकर सियासत हो रही है। ओवैसी ने अपने समर्थकों से धर्म के आधार पर उम्मीदवारों को जिताने की बात कही जिसके जवाब में बीजेपी नेता ने कह दिया कि ऐसे नेताओं का सिर कुचल देना चाहिए।
इस रैली के दौरान ओवैसी ने कहा कि देश में अगर सेक्युलरिज्म को जिंदा रखना है तो अपने उम्मीदवारों को जिताओ मतलब अगर मुसलमान हो तो मुसलमान को वोट दो, तभी मुसलमान सियासी तौर पर मजबूत होगा। ओवैसी ने धर्मनिरपेक्षता के मसले पर राजनीति करनेवालों पर भी निशाना साधते हुए उन्हें पाखंडी बताया। उन्होंने कहा, 'जो लोग धर्मनिरपेक्षता की बातें करते हैं, वे सबसे बड़े डाकू हैं। वे सबसे बड़े पाखंडी हैं जिन्होंने मुसलमानों को पिछले 70 वर्षों से इस्तेमाल किया है।
उन्होंने हमें आतंक में रखा।' ओवैसी ने कहा कि अगर मुसलमान देश में धर्मनिरपेक्षता को जिंदा रखना चाहते हैं तो उन्हें अपनी राजनीतिक ताकत बढ़ानी होगी। उन्होंने आगे कहा, 'मैं आपके दरवाजे पर यह कहने आया हूं कि अगर आप धर्मनिरपेक्षता को बरकरार रखना चाहते हैं तो अपने अधिकारों के लिए लड़िए। राजनीतिक ताकत बढ़ाइए और अपने उम्मीदवारों को जिताने में मदद कीजिए।'
मुस्लिम धर्मगुरु इमाम उमर अहमद इलियासी से जब ओवैसी के इस बयान का जिक्र किया गया तो उन्होंने साफ-साफ कहा कि वो भारत में गणतंत्र की आत्मा को अपनी बोली से खराब ना करें। वहीं ओवैसी की इस भाषा को सुनकर बीजेपी भड़क गई है और उन पर देशद्रोह का केस दर्ज करने की मांग कर रही है। वैसे ये कोई पहला मौका नहीं है जब ओवैसी ने कुछ कहा हो और उस पर सवाल न उठे हों। ओवैसी की जुबान जब भी खुलती है विवाद ही पैदा करती है। इस बार भी ये अलग नहीं था।