नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि कैग (CAG) द्वारा तीन निजी बिजली वितरण कंपनी को उपभोक्ताओं पर 8000 करोड़ रुपये का बढ़ाचढ़ा कर प्रभार लगाने के लिए अभ्यारोपित करने के चलते राष्ट्रीय राजधानी में बिजली के दाम कम करने ही पड़ेंगे।
बिजली वितरण कंपनी के कड़े आलोचक रहे केजरीवाल उन पर कई बार भ्रष्टाचार के आरोप लगा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार को मिली मसौदा कैग रिपोर्ट का इस संबंध में अध्ययन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘यदि जो कुछ बाहर आया है, वह सही है तो यह बहुत बड़ी चीज है। 8000 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है। दिल्लीवासियों को लाभ मिलेगा क्योंकि दरें कम होंगी। हमें मसौदा रिपोर्ट मिल गयी है तथा हम इसका अध्ययन कर रहे हैं। अंतिम रिपोर्ट आने दीजिए।’ कैग ने इन वितरण कंपनियों पर प्रभार को बढ़ाने के अलावा आय को कम करने के दिखाने सहित अन्य अनियमिता के बारे में भी संकेत दिये है।
हाल में स्वाधीनता दिवस के अवसर पर अपने भाषण में केजरीवाल ने कहा था कि बिजली दरों में और कटौती संभव हो सकती है बशर्ते केन्द्र सरकार बिजली उत्पादन कंपनियों से वर्तमान बिजली खरीद समझौतों को रद्द करने का अधिकार आप सरकार को प्रदान कर दे। इन समझौतों पर शीला दीक्षित सरकार के कार्यकाल में हस्ताक्षर किए गए थे।