नई दिल्ली: पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की लिखित माफी मांगने के बाद से पंजाब में आम आदमी पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है। आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने आप के पंजाब अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है। वैसे ये कोई पहला मौका नहीं है जब अरविंद केजरीवाल ने किसी नेता पर आरोप लगाए हों और फिर माफी मांग ली हो। इससे पहले केजरीवाल केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और बीजेपी नेता अवतार सिंह भड़ाना से माफी मांग चुके हैं।
नितिन गडकरी पर लगाए थे आरोप:
जनवरी 2014 में अरविंद केजरीवाल ने देश के सबसे भ्रष्ट नेताओं की एक लिस्ट जारी की थी। इस लिस्ट में तमाम पार्टियों के नेताओं के नाम थे। इन नेताओं में बीजेपी के सीनियर लीडर नितिन गडकरी का नाम भी शामिल था। केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में गडकरी पर तमाम आरोप लगाए थे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद गडकरी ने केजरीवाल से कहा था कि अगर वह माफी नहीं मांगेंगे, तो वो उन पर मानहानि का केस कर देंगे। पहले तो केजरीवाल ने माफी नहीं मांगी जिसके बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जब अरविंद केजरीवाल पर मानहानि का मुकदमा दर्ज किया तो कोर्ट ने केजरीवाल को न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला किया।
बाद में मांग ली माफी:
हालांकि कोर्ट ने बेल बॉन्ड भरकर केजरीवाल को जमानत देने का भी ऑफर दिया, लेकिन केजरीवाल ने यह ऑफर ठुकरा दिया और तिहाड़ जेल चले गए। हालांकि जल्दी ही उन्होंने यू टर्न ले लिया और जमानत के लिए बेल बॉन्ड भरकर बाहर आ गए। जमानत पर बाहर आने के बाद भी गडकरी का मुकदमा खत्म नहीं हुआ। जब कोर्ट के चक्कर कटने शुरू हुए, तो केजरीवाल ने गडकरी से मिलकर माफी मांग लेने में ही भलाई समझी।
अवतार सिंह भड़ाना पर आरोप लगाकर माफी मांगी:
जनवरी 2014 की भ्रष्ट लोगों के नाम के ऐलान वाली इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने बीजेपी नेता अवतार सिंह भड़ाना का भी नाम लिया था, जिसके बाद भड़ाना ने केजरीवाल पर एक करोड़ की मानहानि का केस दर्ज कर दिया। विवाद बढ़ने के बाद केजरीवाल ने बिक्रम मजीठिया की तरह ही कोर्ट में भड़ाना से लिखित में माफी मांगी और कहा था कि अपने सहयोगी के बहकावे में आकर उन्होंने भड़ाना पर आरोप लगा दिए थे।