नई दिल्ली: एलजी हाउस में पिछले 9 दिनों से धरना दे रहे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और उनके कैबिनेट के सहयोगियों ने अपना धरना खत्म कर दिया है। लंबी जद्दोजहद के बाद केजरीवाल और उनके सहयोगियों ने धरना खत्म करने का ऐलान किया। केजरीवाल के साथ उनके कैबिनेट के सहयोगी और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और गोपाल राय धरना दे रहे थे। पिछले 9 दिनों से ये लोग एलजी हाउस में ही धरने पर बैठे थे। केजरीवाल आईएएस अधिकारियों की कथित हड़ताल को लेकर धरना दे रहे थे। लेफ्टिनेंट गवर्नर ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चिट्टी लिखकर आईएएस एसोसिएशन के अधिकारियों के साथ तुरंत मीटिंग करने को कहा जिसके बाद केजरीवाल ने धरना खत्म करने का ऐलान किया।
इससे पहले केजरीवाल और अन्य मंत्रियों के धरने पर हाई कोर्ट ने सख्त टिप्पणी की थी।भारतीय जनता पार्टी के विधायक विजेंदर गुप्ता की याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने केजरीवाल से पूछा था कि धरने से पहले लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल बैजल से इजाजत क्यों नहीं ली गई? कोर्ट ने केजरीवाल के धरने पर बेहद सख्त टिप्पणी करते हुए कहा, 'यह धरना नहीं है। आपक किसी के घर या दफ्तर में घुसकर हड़ताल या धरना नहीं कर सकते हैं।' कोर्ट ने दिल्ली सरकार से यह भी पूछा कि धरने का यह फैसला व्यक्तिगत था या इसे कैबिनेट की मंजूरी से लिया गया।