अम्बाला (हरियाणा): हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने एक विवादित बयान देते हुए कहा है कि लोकप्रिय हिन्दी गीत ‘साबरमती के संत’ ने देश के स्वतंत्रता संघर्ष की गलत तस्वीर चित्रित की है। उन्होंने दावा किया इस गीत के बोल उन शहीदों का ‘‘अपमान’’ है जिनके योगदान की इसमें अनदेखी की गई है।
विज ने गीत के बोल ‘‘दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढाल, साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल’’ का जिक्र करते हुए कहा कि इस गीत में उन शहीदों का उल्लेख नहीं किया गया जिन्होंने विदेशी शासन के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष चलाया था। विज ने कल अंबाला कैंट में सुभाष पार्क में आयोजित एक कार्यक्रम में यह बयान दिया। मंत्री ने कहा कि गीत के बोल में देश को आजादी दिलाने के लिए सशस्त्र संघर्ष चलाने वाले तमात स्वतंत्रता सेनानियों का उल्लेख नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘ यह गीत सच्ची तस्वीर को चित्रित नहीं करता है।’’
विज ने कहा कि बोस और उनकी आजाद हिंद फौज, भगत सिंह, चन्द्र शेखर आजाद, राजगुरू, सुखदेव और अन्य लोगों ने भी ब्रिटिश लोगों को बाहर खदेड़ने के लिए संघर्ष किया था। उन्होंने कहा, ‘‘कई अन्य लोगों ने भी देश के लिए अपने प्राण न्योछावर किये थे लेकिन जब हम यह कहते है ‘दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढाल’ तो यह उन शहीदों का अपमान है।’’
विपक्षी कांग्रेस ने विज के बयान की निंदा करते हुए कहा कि गैर जिम्मेदार बयान देने की उनकी (विज) आदत हो गयी है। ऐसा पहली बार नहीं है जब उन्होंने महात्मा गांधी का अपमान करने का प्रयास किया। वह इससे पूर्व भी ऐसा कर चुके है। रोहतक से सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि इस तरह के बयान देने के बजाय उन्हें अपने मंत्रालय पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए और वहां सुधार लाने का प्रयास करना चाहिए। यह गीत वर्ष 1954 में आई फिल्म ‘जागृति’ का है।