नई दिल्ली: बिहार में जेडीयू-भाजपा गठबंधन से नाराज चल रहे जेडीयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव को पार्टी से निकाला जा सकता है। शरद यादव पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बड़ी कार्रवाई कर सकते हैं। शरद यादव पर ये कार्रवाई बिहार में जनसंवाद यात्रा पर जाने को लेकर की जा सकती है। शरद यादव आज से तीन दिन के बिहार दौरे पर हैं और अपने दौरे के दौरान वो बिहार की जनता से संवाद करेंगे। ये भी पढ़ें: AAP ने पूरे देश में उड़ने का ख्याल छोड़ा, दिल्ली तक समेटे अपने पंख
सूत्रों के मुताबिक, उन्हें पार्टी से निलंबित किया जा सकता है। राज्यसभा में पार्टी के नेता पद से हटाया जा सकता है। पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने पर राज्यसभा की सदस्यता जा सकती है। दरअसल, जेडीयू में राज्यसभा में नया नेता चुनने पर विचार किया जा रहा है। राज्यसभा में पार्टी के 10 सांसद हैं। अपने बागी तेवरों को लेकर पार्टी की ओर से कार्रवाई की अटकलों के बीच शरद यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है।
गौरतलब है कि पार्टी की लाइन से हटकर गुजरात के इकलौते विधायक छोटू बसावा ने कांग्रेस नेता अहमद पटेल के पक्ष में वोट दिया। इसके बाद शरद यादव ने अहमद पटेल को जीत की बधाई दी तो अहमद पटेल ने भी शरद यादव को धन्यवाद दिया। इसी विवाद में शरद के करीबी अरुण श्रीवास्तव को बुधवार को पार्टी महासचिव पद से हटा दिया गया। इससे पहले शरद यादव ने नीतीश कुमार के महागठबंधन तोड़ने के फैसले पर नाराजगी जताई थी और कहा था कि मुझे नीतीश के फैसले दुख पहुंचा है।