नई दिल्ली. ममता दीदी के गढ़ पश्चिम बंगाल में सियासी पारा लगातार बढ़ता जा रहा है। गृह मंत्री अमित शाह इसी महीने राज्य के दो दिवसीय दौरे पर जाएंगे। भाजपा के इस दिग्गज नेता का ये दौरा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के बाद काफी अहम माना जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गृह मंत्री अमित शाह 19-20 दिसंबर को पश्चिम बंगाल जाएंगे। इतना ही नहीं, गुरुवार को गृह मंत्रालय (एमएचए) नड्डा के काफिले पर हमले को लेकर पश्चिम बंगाल की सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। मंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिव को एक लिखित संदेश में, इस मुद्दे के बारे में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है।
अमित शाह ने की हमले की निंदा
गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को ट्वीट कर भाजपा अध्यक्ष के काफिल पर हुए हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि बंगाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के ऊपर हुआ हमला बहुत ही निंदनीय है, उसकी जितनी भी निंदा की जाये वो कम है। केंद्र सरकार इस हमले को पूरी गंभीरता से ले रही है। बंगाल सरकार को इस प्रायोजित हिंसा के लिए प्रदेश की शांतिप्रिय जनता को जवाब देना होगा।उन्होंने अगले ट्वीट में कहा कि तृणमूल शासन में बंगाल अत्याचार, अराजकता और अंधकार के युग में जा चुका है। टीएमसी के राज में पश्चिम बंगाल के अंदर जिस तरह से राजनीतिक हिंसा को संस्थागत कर चरम सीमा पर पहुँचाया गया है, वो लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले सभी लोगों के लिए दु:खद भी है और चिंताजनक भी।
पत्थर और ईंटों से हमला किया गया
आपको बता दें कि जेपी नड्डा के काफिले पर कथित तौर पर पत्थर और ईंटों से हमला किया गया था, जब वह गुरुवार को डायमंड हार्बर जा रहे थे। हमले में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रमुख दिलीप घोष सहित काफिले की कई कारें क्षतिग्रस्त हो गईं। विजयवर्गीय और मुकुल रॉय सहित लगभग दस भाजपा नेताओं को मामूली चोटें आई हैं। बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने घटना पर चिंता व्यक्त की और अफसोस जताया कि इस तरह की घटनाएं मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक की सूचना के बावजूद हुईं।