नई दिल्ली: मुंबई में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और उद्धव ठाकरे की कल शाम 6 बजे मातोश्री पर मुलाकात होगी। शिवसेना और बीजेपी के रिश्तों में खटास के बीच इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। इस मीटिंग को बीजेपी की रूठी हुई सहयोगी पार्टियों को मनाने की कवायद की तौर पर देखा जा रहा है। यह मुलाकात 'बीजेपी संपर्क फॉर समर्थन' अभियान के तहत होगी। इस अभियान के तहत अमित शाह देश की प्रसिद्ध हस्तियों से मिल रहे हैं और उन्हें मोदी सरकार की चार साल की उपलब्धियां बता रहे हैं।
बता दें कि पिछले काफी समय से शिवसेना और बीजेपी के संबंध कुछ ठीक नहीं रहे हैं। लगातार शिवसेना के नेताओं ने बीजेपी और मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है। ऐसे में माना जा रहा है कि अब अमित शाह ने अपने नाराज साथी को फिर से मनाने की कोशिश शुरू कर दी है। कुछ समय पहले शिवसेना ने ये साफ कर दिया था कि आने वाले चुनावों में बीजेपी के साथ चुनाव नहीं लड़ेगी। ऐसे में एनडीए को मजबूत करने के लिए बीजेपी अब सहयोगी दलों को मनाने में जुटी है।
अमित शाह और उद्धव ठाकरे आखिरी बार पिछले साल जुलाई में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान मिले थे। अब करीब एक साल के अंतराल के बाद दोनों दलों के प्रमुख आपस में मिलेंगे। पालघर लोकसभा उपचुनाव के बाद शिवसेना और बीजेपी के बीच बढ़ते तनाव के स्थिति में इस बैठक का विशेष राजनैतिक महत्व है। कल सीएम फड़नवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र प्रदेश पदाधिकारी बैठक में आनेवाले चुनावो में शिवसेना को साथ लेने की कोशिशों पर भी चर्चा हुई थी।
इसी बीच शिवसेना कई बार विपक्षी दलों की तारीफ भी कर चुकी है। आंध्र प्रदेश में एनडीए से चंद्रबाबू नायडू के अलग होने पर शिवसेना ने कहा था कि बीजेपी अपने सहयोगी दलों के साथ जिस तरह का रवैया अपनाती है, इसकी वजह से कई आौर दल एनडीए से अलग हो सकते हैं। मालूम हो कि इतने सारे विवादों बाद भी महाराष्ट्र और केंद्र सरकार में शिवसेना और बीजेपी साझा सरकार चला रही है।