नई दिल्ली: ऐसा लगता है कि चार साल का कार्यकाल पूरा करते ही मोदी सरकार और बीजेपी ने अगले आम चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह सरकार के काम को जनता तक पहुंचाने में जुट गए हैं। इसी सिलसिले में अमित शाह आज पूर्व आर्मी चीफ दलबीर सुहाग से मुलाकात की। पार्टी ने बताया कि शाह ‘समर्थन फॉर संपर्क’ कार्यक्रम के तहत कम से कम 50 लोगों से निजी तौर पर मिलेंगे। पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्रियों, केन्द्रीय मंत्रियों समेत भाजपा के लगभग चार हजार पदाधिकारी देशभर में उन एक लाख लोगों से संपर्क करेंगे जिनकी अपने क्षेत्रों में पहचान है और वे इन लोगों को सरकार की उपलब्धियों के बारे में जानकारी देंगे। अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों के तहत मोदी सरकार के चार साल पूरे होने के मौके पर ‘संपर्क फॉर समर्थन’ कार्यक्रम की शुरुआत की गई है।
वहीं लखनऊ में गृहमंत्री राजनाथ सिंह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनवाएंगे। इसी सिलसिले में पीएम मोदी ने कल उज्जवला योजना का लाभ पाने वाली महिलाओं से बात की और आज मोदी नमो ऐप के ज़रिए उन लोगों से बात करेंगे जिन्हें सरकार की मुद्रा योजना से लाभ हुआ है। वहीं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह आज से जनसम्पर्क अभियान की शुरूआत कर रहे हैं। इस दौरान अमित शाह अलग-अलग क्षेत्रों के जाने-माने लोगों से मिलेंगे और उन्हें सरकार की उपलब्धियों की जानकारी देंगे। इसी सिलसिले में अमित शाह आज गुरुग्राम जाकर पूर्व आर्मी चीफ जनरल दलबीर सुहाग और संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप से मुलाकात करेंगे।
ये संयोग ही रहा था कि मोदी सरकार मई दो हज़ार चौदह में बनी थी और दलबीर सुहाग जुलाई 2014 में आर्मी चीफ बने थे। मोदी सरकार ने रक्षा क्षेत्र में कई अहम फैसले लिए। बात चाहे वन रैंक वन पेंशन की हो, सर्जिकल स्ट्राइक करनी हो या फिर डिफेंस सेक्टर में विदेशी निवेश को मंजूरी देने की। जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए पीएम मोदी कई बार बॉर्डर पर उनके बीच जाकर दिवाली मना चुके हैं। माना जा रहा है कि दलबीर सुहाग से मुलाकात के दौरान अमित शाह उन्हें रक्षा और सेना के लिए सरकार की तरफ से उठाए गए फैसलों की जानकारी देंगे।
तीन दिन पहले मोदी सरकार के चार साल पूरे होने के मौके पर अमित शाह जब मीडिया से रूबरू हुए थे तब भी उन्होंने डिफेंस सेक्टर में मोदी सरकार के लिए फैसलों का जिक्र किया था। इसके बाद अमित शाह कॉन्स्टिट्यूशनल एक्सपर्ट सुभाष कश्यप से मिलेंगे। अरुणाचल प्रदेश से लेकर उत्तराखंड और हाल ही में कर्नाटक के राजनीतिक संकट के दौरान मोदी सरकार की भूमिका पर कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों ने सवाल उठाए थे। विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि बीजेपी संविधान की धज्जियां उड़ा रही है। ऐसे में अमित शाह का लोकसभा के पूर्व महासचिव और जाने-माने संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप से मिलना काफी अहम माना जा रहा है।
अमित शाह जिस जनसम्पर्क अभियान की शुरूआत कर रहे हैं उसे मोदी सरकार के मंत्री, बीजेपी के मुख्यमंत्री, पार्टी के नेता और करीब चार हज़ार कार्यकर्ता भी आगे बढ़ाएंगे। आज से शुरू हुई इस मुहिम के तहत मोदी सरकार और बीजेपी के ये नेता और कार्यकर्ता करीब एक लाख जाने-माने लोगों से मिलेंगे और सरकार की सफलताओं की जानकारी उन्हें देंगे। आज ही लखनऊ में गृह मंत्री राजनाथ सिंह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस भी होनी है जिसमें ये दोनों नेता मोदी सरकार के काम का लेखा-जोखा पेश करेंगे।