इंदिरा गांधी सरकार द्वारा 1975 में आज ही के दिन लागू की गई इमर्जेंसी की बरसी पर गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जबर्दस्त हमला बोला है। अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा कि इसी दिन, 45 साल पहले सत्ता के लिए एक परिवार के लालच ने देश में आपातकाल लागू कर दिया था। रातों रात पूरे देश को जेल में बदल दिया गया। प्रेस, अदालतें, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सब खत्म हो गए। गरीबों और दलितों पर अत्याचार किए गए।
अमित शाह ने कहा कि लाखों लोगों के प्रयासों के कारण, देश से आपातकाल हटा लिया गया था। उस समय भारत में तो लोकतंत्र बहाल हो गया था लेकिन लोकतंत्र कांग्रेस में हमेशा से ही अनुपस्थित रहा है। एक परिवार के हित पार्टी के हितों और राष्ट्रीय हितों पर हावी थे। यह खेदजनक स्थिति आज की कांग्रेस में भी पनपती है! शाह ने कहा कि भारत के विपक्षी दलों में से एक के रूप में, कांग्रेस को खुद से पूछने की आवश्यकता है कि आपातकाल की मानसिकता क्यों बनी हुई है? ऐसे नेता जो किसी खास वंश के नहीं हैं, बोलने में असमर्थ क्यों हैं? कांग्रेस में नेता क्यों निराश हो रहे हैं?
बीजेपी ने कहा लोकतंत्र का सबसे काला अध्याय
आपातकाल की बरसी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। भाजपा ने एक वीडियो जारी कर कांग्रेस पर हमला किया है। वीडियो को ट्वीटर पर जारी किया गया है। भाजपा ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, "25 जून 1975, आपातकाल लोकतंत्र का काला अध्याय"। इसके अलावा भाजपा ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "कांग्रेस की काली करतूत और भारतीय लोकतंत्र के सबसे दुःखद अध्याय 25 जून 1975 आपातकाल के विरोध में उठे हर स्वर का हृदय से वंदन।"
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर कहा, "भारत उन सभी महानुभावों को नमन करता है, जिन्होंने भीषण यातनाएं सहने के बाद भी आपातकाल का जमकर विरोध किया। ये हमारे सत्याग्रहियों का तप ही था, जिससे भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों ने एक अधिनायकवादी मानसिकता पर सफलतापूर्वक जीत प्राप्त की।" इसके साथ ही नड्डा ने इंफोग्राफिक्स भी ट्वीट किया।