लखनऊ। भाजपा नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने साफ कर दिया है कि नागरिकता कानून (CAA) पर आया बिल वापस नहीं होगा चाहे जो भी इसका विरोध करे। अमित शाह ने नागरिकता कानून पर लखनऊ में एक जन जागरण अभियान रैली में कहा ''मैं आज डंके की चोट पर कहने आया हूं कि जिसको विरोध करना है करे, CAA वापस नहीं होने वाला है।'' अमित शाह ने आरोप लगाया है कि नागरिकता कानून (CAA) को लेकर देश में भ्रम फैलाया जा रहा है और दंगे करवाए जा रहे हैं।
अमित शाह मंगलवार को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में नागरिकता कानून के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए एक जन जागरण अभियान रैली में बोल रहे ते। अमित शाह ने कहा कि नागरिकता कानून के बारे में विपक्षी दल दुष्प्रचार करके भ्रम फैला रहे हैं और इससे निपटने के लिए भारतीय जनता पार्टी को जन जागरण अभियान चलाना पड़ा है, अमित शाह ने कहा कि नागरिकता कानून पर जन जागरण अभियान देश को तोड़ने वालों के खिलाफ जन जागृति का अभियान है।
अमित शाह ने विपक्षी दलों का नाम लेते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नागरिकता कानून लेकर आए हैं लेकिन कांग्रेस, ममता बनर्जी, अखिलेश, मायावती, केजरीवाल सभी इस बिल के खिलाफ भ्रम फैला रहे हैं। अमित शाह ने विपक्षी दलों को चुनौती देते हुए कहा कि वे इस बिल पर सार्वजनिक रूप से चर्चा करें और अगर बिल किसी भी व्यक्ति की नागरिकता ले सकता है, तो उसे साबित करके दिखाएं।
अमित शाह ने कांग्रेस पार्टी पर नागरिकता कानून के मुद्दे पर दोहरी राजनीति का भी आरोप लगाया, उन्होंने कहा, ''राजस्थान के पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कहा कि पाकिस्तान से आए हिंदुओं, सिखों को नागरिकता दी जाएगी। आप करो तो सही है और मोदी जी करें, तो विरोध करते हो।''
अमित शाह ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में दो साल पहले लगे देश विरोधी नारों का जिक्र करते हुए कहा, ''दो साल पहले JNU के अंदर देश विरोधी नारे लगे। मैं जनता से पूछने आया हूं कि जो भारत माता के एक हजार टुकड़े करने की बात करे उसको जेल में डालना चाहिए या नहीं? मोदी जी ने उनको जेल में डाला और ये राहुल एंड कंपनी कह रही है कि ये वाणी स्वतंत्रता का अधिकार है।''