नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को पार्टी के 2 वरिष्ठतम नेताओं लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के साथ मुलाकात की। अमित शाह के साथ भाजपा के संगठन मंत्री रामलाल भी दोनो नेताओं से मिलने के लिए पहुंचे। अमित शाह पहले मुरली मनोहर जोशी के घर गए, दोनों के बीच वहां पर लगभग 50 मिनट तक बातचीत हुई।
इसके बाद अमित शाह ने लाल कृष्ण आवाणी के घर का रुख किया, आडवाणी के घर पर भी अमित शाह के साथ संगठन मंत्री रामलाल मौजूद थे। पार्टी ने इससे कुछ ही घंटों पहले अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया था। बता दें कि इन दोनों नेताओं को लोकसभा चुनावों के लिए इस बार टिकट नहीं दिया गया है। इस बात को लेकर विपक्ष लगातार BJP पर हमले कर रहा है।
लंबे समय से गांधीनगर सीट से भाजपा के प्रतिनिधि रहे आडवाणी की जगह इस बार शाह को टिकट दिया गया है। वहीं, कानपुर में जोशी की जगह सत्यदेव पचौरी को टिकट दिया गया है। जोशी ने एक बयान में कहा था कि पार्टी ने उन्हें बताया है कि वह उन्हें कानपुर से टिकट नहीं देगी। हालांकि, आडवाणी ने उम्मीदवारी को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है।
आडवाणी ने यह कहते हुए एक ब्लॉग लिखा था कि भाजपा का विरोध करने वाले लोगों को उनकी पार्टी ने कभी भी ‘राष्ट्रविरोधी’ नहीं कहा। आडवाणी और जोशी दोनों को ही 2014 के आम चुनावों के बाद पार्टी ने एक तरह से दरकिनार कर दिया था। इन चुनावों में भाजपा को नरेंद्र मोदी की अगुवाई में स्पष्ट बहुमत मिला था।
संगठन के प्रमुख पदों से मुक्त करने के बाद पार्टी नेतृत्व ने इस बार के लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट न देकर उनकी चुनावी पारी पर भी विराम लगा दिया। भाजपा ने इससे पहले घोषणा की थी कि वह 75 साल से ज्यादा उम्र के उम्मीदवारों को टिकट नहीं देगी।