नई दिल्ली: कांग्रेस पर हमला बोलते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि जब तक वंशवाद से संचालित पार्टियों के देश में शासन की गुंजाइश रहती है तब तक आपातकाल की आशंका को नकारा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि तानाशाही मानसिकता से चलायी जाने वाली पार्टियां ही आपातकाल के बारे में सोच सकती हैं।
उन्होंने लोगों से कहा कि यदि उन्हें इस तरह के परिदृश्य को फिर से टालना है तो उन्हें किसी व्यक्ति के बजाय विचारधारा को वोट देना चाहिए। आपातकाल लगाए जाने के 40 वर्ष होने पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी रिसर्च फाउंडेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम लोकतंत्र का काला दिन के अवसर पर शाह ने कहा, यदि आप किसी व्यक्ति को वोट देते हैं तो आपातकाल फिर आ सकता है। यदि आप किसी विचारधारा और किसी पार्टी को वोट देते हैं तो आपातकाल कभी नहीं आएगा।
उन्होंने लोगों से कहा, जब आप इस बात के बारे में तय कर रहे होते हैं कि किस पार्टी को वोट देना है तो यह पता लगा लीजिए कि क्या उस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र जीवित है या नहीं। जो दल वंशवाद के आधार पर चलाये जाते हैं, जो आने वाले दिनों में देश पर शासन कर सकते हैं तो आपातकाल की आशंका कभी खत्म नहीं होगी।