नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच अगर सीटों का तालमेल नहीं बैठा तो भारतीय जनता पार्टी अलग चुनाव लड़ सकती है। एक भाजपा सांसद ने पार्टी से जब राज्य में गठबंधन के बारे में पूछा तो पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि शिवसेना के रिस्पॉन्स का इंतजार रहेगा लेकिन सांसद पूरी तैयारी रखें, कुछ खोकर गठबंधन नहीं किया जाएगा।
महाराष्ट्र में कुल 48 लोकसभा सीटें हैं और 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था, भाजपा ने कुल 24 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 23 सीटों पर पार्टी की जीत हुई थी, इसी तरह शिवसेना ने 20 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 18 पर जीत हुई थी।
राज्य में 2014 में ही विधानसभा चुनाव हुए थे लेकिन विधानसभा चुनावों में भाजपा और शिवसेना ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था, राज्य में कुल 288 विधानसभा सीटें हैं जिनमें भाजपा ने 260 और शिवसेना ने 282 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, नतीजों में 122 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और दूसरे नंबर पर 63 सीटों के साथ शिवसेना था। चुनाव नतीजों के बाद दोनो दलों ने एक बार फिर से सरकार बनाने के लिए गठबंधन किया था।
हालांकि केंद्र और राज्य सरकार में दोनो दलों का गठबंधन होने के बावजूद शिवसेना की तरफ से भाजपा के खिलाफ लगातार बयानबाजी होती रही है। हाल ही में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे में प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा था। अब क्योंकि लोकसभा चुनाव फिर से सामने हैं ऐसे में दोनो दलों के बीच सीटों के बटवारे को लेकर घमासान होने की संभावना जताई जा रही है।