चंडीगढ़: विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी के लिए पंजाब की कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इंडिया टीवी को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर नाराजगी जताई। चिट्ठी में उन्होंने आरोप लगाया है कि कांग्रेस आलाकमान जबरदस्ती पंजाब सरकार और पंजाब कांग्रेस की राजनीति में दखल दे रहा है। कांग्रेस आलाकमान को पंजाब राज्य को समझना चाहिए।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह भी कहा कि पंजाब के हालात इतने अनुकूल नहीं है और पार्टी में आलाकमान के द्वारा किए जा रहे दखल और फैसलों का नुकसान आने वाले दिनों में पार्टी और सरकार दोनों को ही उठाना पड़ सकता है। बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू शुक्रवार सुबह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने पहुंचे थे। वहीं शाम होते होते पटियाला स्थिति सिद्धू के आवास पर समर्थकों का तांता लगने लगा।
वहीं, इस बैठक के बाद पार्टी के पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि सोनिया गांधी ने इस मुद्दे पर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया है और जब फैसला हो जाएगा तब वह मीडिया के साथ इसे साझा करेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया जा रहा है तो रावत ने कहा, ‘यह किसने कहा है?’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं यहां पंजाब को लेकर अपनी रिपोर्ट सोनिया जी को सौंपे आया था। जब फैसला हो जाएगा तो इस बारे में आपको सूचित करूंगा।’’
सूत्रों का कहना है कि रावत अब पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से मुलाकात कर सकते हैं ताकि उन्हें मनाया जा सके और सुलह के फार्मूले को अंतिम रूप दिया जा सके। सूत्रों के मुताबिक, अमरिंदर सिंह ने पार्टी संगठन में सिद्धू को महत्वपूर्ण भूमिका दिए जाने का विरोध किया है, हालांकि रावत ने ऐसी खबरों को खारिज किया है। रावत ने कहा कि आलाकमान एक ऐसे फार्मूले पर काम कर रहा है जिससे अमरिंदर सिंह और सिद्धू दोनों मिलकर काम करें और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत दिलाएं।
बता दें कि पिछले कुछ महीनों से पंजाब कांग्रेस में खुलकर कलह देखने को मिल रही है। पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और कुछ अन्य नेताओं ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। पार्टी में कलह को दूर करने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था। इस समिति ने मुख्यमंत्री समेत पंजाब कांग्रेस के 100 से अधिक नेताओं की राय ली और फिर अपनी रिपोर्ट आलाकमान को सौंपी। पिछले दिनों अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। सिद्धू भी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले थे।
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