अमृतसर: अमृतसर पुलिस ने गैंगस्टर्स के एनकाउंटर की कोशिश में अकाली नेता मुखजीत सिंह मुक्खा को ढेर कर दिया। पुलिस के मुताबिक, गलत पहचान और नाकेबंदी के दौरान कार से फायरिंग के बाद उसने बचाव में गोली चलाई, जोकि अकाली नेता को जा लगी। वह तो एक गैंगस्टर को पकड़ने के चक्कर में नाका लगाए खड़ी थी। वहीं, अकाली नेताओं का आरोप है कि पुलिस ने अकाली नेता की हत्या जान-बूझकर की है।
अमृतसर पुलिस ने के वेरका इलाके में यह एनकाउंटर किया। जानकारी के मुताबिक, बचाव में मुक्खा की ओर से चलाई गई गोली से पुलिस कॉन्स्टेबल राजेश कुमार घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के मुताबिक, नारकोटिक्स सेल को सूचना मिली थी कि एक हफ्ते पहले तस्कर सोनू कंगला को पेशी के दौरान फरार करवाने वाला गैंगस्टर जसदीप सिंह जग्गू अपनी i-20 कार से वेरका में घूम रहा है। उधर, मंगलवार शाम अकाली नेता मुखजीत सिंह मुक्खा अपनी i-20 में वेरका से बटाला की ओर निकले।
नारकोटिक्स टीम ने कार का पीछा करना शुरू कर दिया और वेरका से कुछ दूर स्थित नैशनल रबर फैक्ट्री के सामने कार को घेर लिया। मुक्खा की वेरका के कुछ युवकों के साथ पहले से रंजिश चल रही थी। पिछले महीने ही उसके घऱ पर फायरिंग भी की गई थी। ऐसे में सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों को उसने हमलावर समझ अपनी पिस्टल निकाल ली।
पिस्टल देखकर ही सादे कपड़ों में तैनात नारकोटिक्स सेल की टीम के सदस्यों को लगा कि यही गैंगस्टर जग्गू है। टीम ने एके-47 राइफल से कार पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इससे मुक्खा को भी गोलियां लगीं और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। जब पुलिस को पता चला कि जग्गू की जगह पर अकाली नेता को मार डाला गया है तो पुलिस वहां से फरार हो गई।
अमृतसर के पुलिस कमिश्नर ने फोन पर बताया कि उन्हें सूचना मिली थी के जग्गू नाम का गैंगस्टर वेरका इलाके में घूम रहा है। पुलिस ने मुक्खा की गाड़ी का पीछा किया तो मुक्खा की तरफ से पुलिस पार्टी पर गोली चलाई गई, जिसके बाद पुलिस ने उसकी गाड़ी पर गोलियां चलाई और मुक्खा की मौत हो गई।
एनकाउंट की एसआईटी जांच के आदेश दे दिए गए हैं, जिसमें चंडीगढ़ के तेज-तर्रार पुलिस अफसरों को जांच में लगाया गया है। जांच के लिए टीम चंडीगढ़ से रवाना हो चुकी है।