15 अक्टूबर को अहमदाबाद में आयोजित इंडिया टीवी के लोकप्रिय कार्यक्रम ''चुनाव मंच'' से दर्शकों को काफी उम्मीदें थी और ये तब सच साबित हुई जब इसने अन्य प्रतिद्वंदी न्यूज़ चैनल्स को पीछे छोड़ दिया। जिस पैमाने और स्तर पर इस कार्यक्रम को आयोजित किया गया उसकी न सिर्फ़ नेताओं और बुद्धिजीवियों ने, बल्कि कार्यक्रम में आमंत्रित तमाम प्रतिनिधियों ने ख़ूब तारीफ़ की.
इंडिया टीवी के चैयरमैन और एडिटर इन चीफ़ रजत शर्मा के नेतृत्व में चैनल के एंकर्स की टीम ने जिस तरह से नेताओं से सवाल पूछे, उसे राजनीति में दिलचस्पी रखने वालों और इंडिया टीवी के दर्शकों ने ख़ूब सराहा. शो के दौरान हॉल में मौजूद अतिथियों ने भी नेताओं से पैने सवाल पूछे, जिससे "चुनाव मंच" की बहस में चार चांद लग गए।
"चुनाव मंच" मे गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल से लेकर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह तक, सबने गुजरात विधानसभा चुनाव और अन्य विषयों पर बेबाकी से अपनी राय रखी. इनके अलावा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला, कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया, एनसीपी के नेता प्रफुल्ल पटेल और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने भी बहस में खुलकर हिस्सा लिया.
एक तरफ जहां दर्शकों ने इन मंजे हुए राजनीतिज्ञों को सुना, वहीं युवा राजनीतिक कार्यकर्ता जिग्नेश मेवानी, अल्पेश ठाकोर और हार्दिक पटेल ने भी दर्शकों के सामने अपना अपना नज़रिया रखा. इनके अलावा बीजेपी नेता जय नारायण व्यास, कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल, गुजरात के मंत्री गणपतसिंह वसावा, शंकर चौधरी, प्रदेश बीजेपी नेता प्रदीप सिंह जडेजा और जीतू वघानी, प्रदेश कांग्रेस अध्यजक्ष भरत सिंह सोलंकी और कारोबारी ज़फ़र सरेशवाला ने भी तर्क-वितर्क से समां बांध दिया.
चुनाव मंच की सफलता पर संतोष व्यक्त करते हुए इंडिया टीवी की मैनेजिंग डायरेक्टर ऋतु धवन ने कहा, ''हम कार्यक्रम के शानदार क्रियान्वयन को लेकर तो पूरी तरह आश्वस्त थे हालंकि अहमदाबाद पहुंचने पर कार्यक्रम में भागीदारी को लेकर कुछ शंकाएं थी. वो इसलिए कि एक दिन पहले ही हमारे प्रतिद्वंदी चैनल के इसी तरह के शो में हमने ख़ाली कुर्सियां देखी थीं. बहरहाल, हमारी कोशिशें रंग लाई, नेताओं और अतिथियों ने जम कर हिस्सा लिया और हॉल खचाखच भर गया.
उन्होंने कहा, “ हमारे दर्शकों को ऐसे स्तरीय आयोजनों से ख़ुश रखना ही हमारी सबसे बड़ी सफलता है.”