नई दिल्ली: अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर एक दिन पहले यशवंत सिन्हा के विचारों का समर्थन करने के बाद भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुछ सलाह दी हैं। उन्होंने मोदी से आगे आकर लोगों का सामना करने की सलाह दी है। शत्रुघ्न ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, "यह सही समय है जब प्रधानमंत्री और इस लोकतंत्र के प्रमुख को सामने आना चाहिए और लोगों का सामना करना चाहिए तथा एक वास्तविक संवाददाता सम्मेलन में सवालों के जवाब देने चाहिए।"
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री को कम से कम एक बार यह दिखाना चाहिए कि वह मध्यवर्गीय लोगों, निर्यातकों, छोटे व्यापारियों, पूरे देश खासकर गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर वहां के लोगों की चिंता करते हैं।"
सिन्हा ने यह टिपण्णी ऐसे समय में की है, जब जेटली ने गुरुवार को यशवंत सिन्हा को '80 वर्षीय नौकरी का उम्मीदवार' कहकर तंज कसा था। जेटली ने एक किताब विमोचन समारोह के दौरान पूर्व वित्तमंत्री पर कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाया था।
जेटली पर निशाना साधते हुए अभिनेता से नेता बने सिन्हा ने कहा, "अर्थव्यवस्था की स्थिति पर यशवंत सिन्हा के अवलोकन को मैं और मेरे जैसे सोचने वाले नेता मजबूती से समर्थन करते हैं। पार्टी और पार्टी से बाहर के लोगों ने भी उनके विचारों का तेजी से समर्थन किया है।" उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में हमें नेताओं और कार्यकर्ताओं के बड़े धड़े से राष्ट्रहित के इस मुद्दे पर समर्थन मिलेगा।
सिन्हा ने कहा कि इस मामले को हालांकि यशवंत सिन्हा और अरुण जेटली के बीच नहीं मिलाना चाहिए। इस मामले में इसी तरह का प्रयास किया जा रहा है। वर्ना जगजीत सिंह के शब्दों में, 'बात निकलेगी तो फिर दूर तलक जाएगी।'
पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने बुधवार को भारतीय अर्थव्यवस्था की आलोचना करते हुए अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में एक लेख लिखा था, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी में भूचाल आ गया था और उसके एक दिन बाद उनके बेटे और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री ने भी उनकी आलोचनाओं का जवाब देते हुए 'टाइम्स ऑफ इंडिया में लेख लिखा था। वहीं अरुण जेटली ने गुरुवार को सिन्हा पर भारतीय अर्थव्यवस्था के बचाव में तीखा हमला किया।'
बिहार विधानसभा चुनाव के समय ही पार्टी से उपेक्षित शत्रुघ्न सिन्हा ने यशवंत सिन्हा के बयान का यह कहते हुए गुरुवार को समर्थन किया था कि उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति को आईना दिखाया है।