नई दिल्ली: कांग्रेस ने केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल एवं डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती किए जाने को हालिया उपचुनावों में ‘बीजेपी की हार’ के कारण उठाया गया कदम करार दिया और कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों के दाम साल 2014 में यूपीए सरकार के समय की कीमत के बराबर होने चाहिए। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘टैक्सजीवी मोदी सरकार को सबक सिखाने के लिए देशवासियों को बधाई। प्रजातंत्र में ‘वोट की चोट’ से बीजेपी को सच का आईना दिखा ही दिया।’
‘मोदी जी, जुमले नहीं चलेंगे’
सुरजेवाला ने सवाल किया, ‘याद करें कि मई 2014 में जब पेट्रोल 71.41 रुपये व डीजल 55.49 रुपये प्रति लीटर था, तब कच्चा तेल 105.71 डॉलर प्रति बैरल था। आज कच्चा तेल 82 डॉलर प्रति बैरल है। 2014 के बराबर कीमत कब होगी? कांग्रेस सरकार के समय पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9.48 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 3.56 रुपये प्रति लीटर था। मोदी सरकार में पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 32.90 रुपये प्रति लीटर था जो आज 27.90 रुपये प्रति लीटर हुआ है। इसी तरह डीजल पर उत्पाद शुल्क 31.80 रुपये प्रति लीटर था जो अब 21.80 रुपये प्रति लीटर हुआ है। मोदी जी, जुमले नहीं चलेंगे, जो आपने बढ़ाया, वो सारा घटाओ।’
‘मोदीनॉमिक्स के जुमले समझिए’
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘प्यारे देशवासियों, मोदीनॉमिक्स के जुमले समझिए! इस साल 2021 में पेट्रोल के दाम 28 रुपये और डीजल के दाम 26 रुपये बढ़ाए गए। देश में 14 सीटों पर उपचुनाव हारते ही पेट्रोल और डीजल के रेट को क्रमशः रुपये 5 और 10 रुपये घटाना भी प्रधानमंत्री का दिवाली का तोहफा हो गया है? हे राम! हद है।’ गौरतलब है कि सरकार ने आम लोगों को महंगाई से कुछ राहत देने के लिए बुधवार को महत्वपूर्ण कदम उठाया। ईँधन के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद केंद्र ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमश: 5 रुपये तथा 10 रुपये की कटौती की।
आम आदमी को राहत की उम्मीद
दिवाली की पूर्व संध्या पर की गयी इस घोषणा से ईंधन की आसमान छूती कीमतों को नीचे लाने में मदद मिलेगी और महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी को भी कुछ राहत मिलेगी। पिछले कुछ समय से डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के साथ-साथ सब्जियों और खाद्य तेलों के दामों में भी वृद्धि देखने के मिली है।