मुंबई: आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकत की उनके साथ एकनाथ शिंदे, सुभाष देसाई और अनिल परब भी मौजूद थे। आदित्य ठाकरे ने राज्यपाल के साथ मुलाकात के बाद कहा कि हमने बहुमत साबित करने के लिए समय मांगा था पर राज्यपाल ने वक्त देने से इंकार कर दिया। राजभवन ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि शिवसेना सरकार बनाने के लिए समर्थन की चिठ्ठी नहीं दे पाई।
आदित्य ठाकरे ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा कि हम सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। हमने राज्यपाल से कम से कम 2 दिन का समय मांगा था, लेकिन हमें समय नहीं दिया गया। आदित्य ठाकरे ने कहा कि हम राज्य में सरकार बनाने के प्रयासों में लगे रहेंगे।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमारी दोनों पार्टियों (कांग्रेस-एनसीपी) बातचीत चल रही हैं। उनके विधायक हमसे बातचीत कर रहे हैं। आदित्य ठाकरे ने कहा कि दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में हमें राज्यपाल के पास आने का अधिकार था। उन्होनें कहा कि हमने सरकार बनाने के लिए अपनी इच्छा व्यक्त की है, हमने अपनी प्रक्रिया को पूरा करने के लिए 48 घंटे के विस्तार के लिए कहा है।
हालांकि शिवसेना को समर्थन देने पर कांग्रेस ने कहा कि वह एनसीपी से बतचीत कर आगे का फैसला लेगी। कांग्रेस ने एक आधिकारिक बयान जारी कर इस बात को कहा है। सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ने अपने कुछ विधायकों से फोन पर बात की। सोनिया गांधी ने जयपुर में ठहरे महाराष्ट्र के विधायकों से वीडियो कॉलिंग द्वारा उनके मन की बात जानी।
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में शिवसेना के पास 56 सीटें हैं जबकि राकांपा और कांग्रेस के पास क्रमश: 54 और 44 सीटें हैं। राज्य में सरकार बनाने को इच्छुक किसी भी दल या गठबंधन को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए कम से कम 145 विधायकों के समर्थन की जरूरत है।