नयी दिल्ली: कांग्रेसी नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने शुक्रवार को कहा कि लोकसभा में सबसे बड़ा विपक्षी दल विपक्ष के नेता के पद का हकदार है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस दर्जे से इंकार करने के लिए जिस नियम का हवाला दिया जाता है वह असंवैधानिक है।
चर्चित वकील सिंघवी ने कहा कि अगर पार्टी अनुमति दे तो वह इस नियम को चुनौती देने के इच्छुक हैं। कांग्रेसी नेता ने रचनात्मक आत्मनिरीक्षण का आह्वान किया और कहा कि पार्टी के लिए यह ‘‘संक्रमण का काल’’ है जो बीत जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी विपक्ष के नेता का पद हासिल करने के लिए जरूरी 10 प्रतिशत सीटें इस बार भी हासिल नहीं कर पाई है। 17वीं लोकसभा में कांग्रेस को 52 सीटें मिलीं हैं। 10 प्रतिशत के मानक के अनुरूप विपक्ष का नेता का पद हासिल करने के लिए कांग्रेस को 54 सीटें चाहिए।
विपक्ष के नेता का पद 16वीं लोकसभा में भी कांग्रेस पाने से वंचित रह गई थी। 44 सीटों वाली कांग्रेस को राजग गठबंधन की सरकार ने नेता विपक्ष का पद देने से इनकार कर दिया था। पार्टी पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि वह सरकार से उन्हें विपक्ष का नेता पद दिए जाने की मांग नहीं करेगी।