गुड़गांव: आप के कार्यकर्ताओं ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी अशोक खेमका के तबादले के मद्देनजर हरियाणा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का पुतला फूंका।
राव महावीर चौक पर जुटे कार्यकर्ताओं ने हरियाणा सरकार मुख्यमंत्री खट्टर के खिलाफ नारे भी लगाए।
आम आदमी पार्टी ने कहा कि जब भारतीय जनता पार्टी केंद्र और राज्य में सरकार में नहीं थी तब खेमका के तबादले के मुद्दे पर उसने कांग्रेस की आलोचना की थी।
लेकिन अब उसी की सरकार ऐसा कर रही है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हम खेमका के तबादले को स्थगित करने की मांग करते हैं और हम उन्हें फिर से परिवहन विभाग में देखना चाहते हैं। हरियाणा सरकार ने एक बार फिर एक ईमानदार अफसर के साथ अन्याय किया है।
एक अप्रैल को किए गए खेमका के तबादले को हरियाणा के शक्तिशाली ट्रांसपोर्टरों की लॉबी से जोड़कर देखा जा रहा है, जिनके लिए खेमका ने कुछ सख्त फैसले लिए थे। खेमका के नेतृत्व में हरियाणा के परिवहन विभाग ने हाल ही में लंबी ढांचे वाले ट्रेलरों को बिना अनुमति के चलाने पर रोक लगा दी थी।
विभाग ने हाल ही में एक अधिसूचना जारी की थी जिसमें कहा गया था कि सभी भारी वाहनों को सड़कों पर परिचालन के लिए फिटनेस प्रमाण पत्र लेने से पहले वाहनों के आयामों पर नए मानदंडों का पालन करना होगा। हरियाणा में तकरीबन 3.5 लाख वाणिज्यिक वाहन चलते हैं।
आईआईटी खड़गपुर से स्नातक खेमका को पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के सचिव और महानिदेशक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस पद को वस्तुत: ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं माना जाता है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के भूमि सौदों में अनियमितताओं का खुलासा करने पर खेमका सुर्खियों में आए थे। 24 साल के करियर में उनका यह 46वां तबादला है।