नई दिल्ली: गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की सीनियर लीडर आनंदीबेन पटेल को मध्यप्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्हें गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया था। वे गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं। पटेल आरक्षण आंदोलन के बाद उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा था। हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव में उन्होंने पार्टी के लिए प्रचार तो किया लेकिन चुनाव मैदान में खुद नहीं उतरीं।
आनंदीबेन पटेल को गुजरात की राजनीति में आयरन लेडी के रूप में जाना जाता है। इनका जन्म 21 नवंबर 1941 को मेहसाणा जिले के विजापुर के खऱोद गांव में हुआ था। वर्ष 1960 में उन्होंने विसनगर के भीलवाई कॉलेज में दाखिला लिया जहां विज्ञान की कक्षा में वे एकमात्र लड़की थी। यहां से उन्होंने विज्ञान स्नातक की पढ़ाई पूरी की।
1965 में वे अपने पति के साथ अहमदाबाद आ गईं जहां उन्होंने विज्ञान विषय के साथ पोस्ट ग्रेजुएशन की पढाई पूरी की। बाद में उन्होंने एमएड पूरा किया और 1970 में प्राथमिक शिक्षक के तौर पर अहमदाबाद के मोहनीबा गर्ल्स स्कूल में शिक्षण का कार्य शुरू किया। 1987 में वे भारतीय जनता पार्टी से जुड़ीं और 1998 में पहली बार विधायक बनीं। 1998 में कैबिनेट में आने के बाद उन्हें कई अहम मंत्रालयों में कार्य करने का अवसर मिला। आनंदीबेन ने गुजरात सरकार में सड़क और भवन निर्माण, राजस्व, शहरी विकास और शहरी आवास, आपदा प्रबंधन और वित्त आदि महत्वपूर्ण विभागों में बतौर कैबिनेट मंत्री कार्य किया।