नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्य सचिव पर हुए कथित हमले को 'साजिश' करार देते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) ने बुधवार को कहा कि उसे दो विधायकों प्रकाश जरवाल और अमानतुल्लाह खान को बिना किसी पूछताछ के गिरफ्तार किया गया क्योंकि वे दलित और मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने पत्रकारों से कहा, "मुख्य सचिव के साथ कथित रूप से मारपीट के आरोप के आधार पर, दोनों को बिना उनका पक्ष जाने गिरफ्तार किया गया है।"
उन्होंने कहा, "हमारे पास वह वीडियो फुटेज है जिसमें दिल्ली सचिवालय में कल (मंगलवार) हमारे मंत्री और उनके निजी सचिव पर एक भीड़ ने हमला किया जिन्हें भाजपा के द्वारा भड़काया गया था। लेकिन, इस पर कुछ नहीं किया गया।" उन्होंने कहा, "मुख्य सचिव के शब्दों को पूर्ण सत्य मान लिया गया। शीर्ष नौकरशाह झूठे आरोप लगा रहे हैं।"
संजय सिंह ने आरोप लगाया कि दिल्ली सचिवालय के बाहर मंगलवार को भड़काने वाला भाषण दिया गया जिससे वहां हंगामा हुआ और मंत्री इमरान हुसैन और उनके निजी सचिव हिमांशु सिंह की पिटाई की गई। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में कई राज्यों में दलित और मुस्लिम सांप्रदायिक हिसा का शिकार बने हैं।
आप नेता ने कहा, "मुख्य सचिव ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने आप के विधायकों ने उन्हें पीटा। अगर उनके साथ सच में मारपीट की गई थी तो उन्हें तत्काल पुलिस को सूचित करना चाहिए था।" उन्होंने कहा, "अगर कोई भी किसी का शारीरिक उत्पीड़न करता है तो उसे तत्काल पुलिस को सूचित करना चाहिए। मुख्य सचिव ने ऐसा क्यों नहीं किया? अगली सुबह उन्होंने हमारे विधायकों के खिलाफ आरोप लगाना शुरू कर दिया।"
सोमवार को दिल्ली में आधार का पूर्ण रूप से कार्यान्वयन ना होने की वजह से 2 लाख 50 हजार परिवारों को राशन से वंचित हो जाने को लेकर आपात बैठक बुलाई गई थी। संजय सिंह ने कहा, "मुझे पता है कि मुख्यमंत्री आवास पर लोगों को राशन नहीं मिलने के मुद्दे पर बातचीत चल रही थी, जोकि बहस में बदल गई। इस मुद्दे पर तीखी बहस हुई लेकिन शारीरिक हमला नहीं किया गया।"
यह पूछते हुए कि घटना के दिन ही मुख्य सचिव को चोट लगने की रिपोर्ट को क्यों नहीं तैयार किया गया, उन्होंने कहा, "इस संबंध में चिकित्सा-कानूनी प्रमाण पत्र (मेडिको-लीगल सर्टिफिकेट) आज (बुधवार को) सामने आ रहा है जबकि घटना तीन दिन पुरानी है।"
उन्होंने कहा, "यह भाजपानीत केंद्र सरकार की आप के विरुद्ध साजिश है। आप के साथ जुड़ना केंद्र के अनुसार अपराध करने जैसा है।" सिंह ने कहा, "आप हमेशा आसान निशाना रही है। सरकार नीरव मोदी, कोठारी, जतिन मेहता जैसे लोगों की तरफ से ध्यान भटकाना चाहती है और इसलिए इस तरह की चीजें सामने आ रही हैं।"