नई दिल्ली: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आधार को लेकर राहुल गांधी के बयान पर चुटकी लेते हुए बुधवार को कहा, ‘‘ हां, कांग्रेस आज उसी तरह से जीत गई, जैसे कि उसने 2014 का लोकसभा चुनाव जीता था।’’ इससे पहले राहुल गांधी ने दावा किया कि आधार पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला उनकी पार्टी की सोच का समर्थन करती है।
अमित शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने आधार को परास्त करने के लिए हर हथकंडा अपनाया क्योंकि वह बिचौलियों और भ्रष्टाचार की अगुवा है। भाजपा अध्यक्ष ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘उन्होंने (कांग्रेस ने) निजता के उल्लंघन का भय दिखाने समेत विभिन्न आधारों पर लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया। आज उनके रूख का पर्दाफाश हो गया और वे पराजित हो गए हैं।’’
शाह ने कहा कि संप्रग सरकार के दौरान ‘आधार’ पूरी तरह से ‘‘निराधार’’ था और उसका कोई मतलब नहीं था। संप्रग सरकार के शासन के दौरान बिना कानून लोगों का पंजीकरण किया गया और समीक्षा (तथ्यों की) में करोड़ों रूपये खर्च किए गए। उन्होंने कहा, ‘‘ मोदी सरकार ने इसे मजबूती कानूनी समर्थन दिया और सेवा निष्पादन से जोड़ने का काम किया। इससे 90 हजार करोड़ रूपये की बचत हुई और गरीबों को लाभ हुआ।’’
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को अपने फैसले में केन्द्र की महत्वाकांक्षी योजना आधार को संवैधानिक रूप से वैध करार दिया। लेकिन उसने बैंक खाते, मोबाइल फोन और स्कूल दाखिले में आधार अनिवार्य करने सहित कुछ प्रावधानों को रद्द कर दिया।
प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा के नेतृत्व वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने बहुमत के आधार पर दिए अपने फैसले में आधार को आयकर रिटर्न भरने और पैन कार्ड बनाने के लिए अनिवार्य बताया। हालांकि अब आधार कार्ड को बैंक खाते से लिंक करना जरूरी नहीं है और मोबाइल फोन का कनेक्शन देने के लिए दूरसंचार कंपनियां लोगों से आधार नहीं मांग सकतीं।