भारत में राजनीतिक सत्ता का केंद्र कभी उत्तर प्रदेश हुआ करता था। लेकिन अब मोदी सरकार का दौर है, जी हां प्रधानमंत्री जो कि गुजरात से आते हैं और वे इस राज्य के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। लेकिन केंद्र की सत्ता में पहली बार एसा संयोग हुआ है कि केंद्र की सत्ता के तीन प्रमुख मंत्रालय का गुजरात से कनेक्शन हो। इस समय प्रधानमंत्री के अलावा गृह मंत्री अमित शाह भी गुजरात से हैं वे इस राज्य के गृह मंत्री भी रह चुके हैं।
वहीं देश के विदेश मंत्री डॉ.एस जयशंकर भले ही दिल्ली में जन्मे हैं लेकिन वे पहली बार राज्य सभा में गुजरात से ही चुन कर पहुंचे हैं। शुक्रवार को ही गुजरात में राज्य सभा की दो सीटों पर चुनाव हुआ था। जिसमें एस जयशंकर ने जीत हासिल की थी।
वैसे इस त्रिमूर्ति में देखा जाए तो सिर्फ गृह मंत्री अमित शाह ही हैं जो कि लोकसभा में गुजरात से चुनकर आए हैं। उन्होंने इस लोकसभा चुनाव में गांधीनगर सीट से विजय प्राप्त की थी। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आते तो गुजरात से हैं लेकिन पिछली बार की तरह इस बार भी उन्होंने वाराणसी से चुनाव लड़ा और लोकसभा पहुंचे हैं। इसके अलावा डॉ.जयशंकर की बात करें तो वे पूर्व में विदेश सचिव रह चुके हैं और दिल्ली में पैदा हुए हैं। लेकिन राज्यसभा में उनको पहुंचाने के लिए गुजरात को ही चुना गया।
यूपी का रहा है सत्ता में दबदबा
हालांकि केंद्र में पहले भी एक राज्य का प्रतिनिधित्व रहा है। राजीव गांधी के कार्यकाल में उनके वित्त मंत्री वीपी सिंह और नारायण दत्त तिवारी थे, ये दोनों ही उत्तर प्रदेश से आते थे। वहीं अटल सरकार में भी राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश से ही थे। लेकिन इस बार सत्ता में गुजरात का दबदबा वाकई में एक संयोग है।