नई दिल्ली: मणिपुर में शुक्रवार को राज्यसभा की एक सीट के लिए हुआ चुनाव राजनीतिक घटनाक्रम से भरा रहा। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार लिसेम्बा सानाजाओबा ने जीत हासिल की। सानाजाओबा ने कांग्रेस के उम्मीदवार टी मांगी बाबू को हराकर चुनाव जीता। अधिकारियों ने बताया कि सानाजाओबा को 28 वोट मिले जबकि बाबू को 24 वोट मिले। चुनावों के बाद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने दावा किया है कि कांग्रेस के 5 विधायकों ने उनकी पार्टी के पक्ष में मतदान किया है।
राम माधव ने किया था यह ट्वीट
मणिपुर की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस नेता ओकराम इबोबी सिंह के नेतृत्व में सेक्युलर प्रोग्रेसिव फ्रंट का एक प्रतिनिधिमंडल आज मुलाकात के लिए आया था। राम माधव ने इसी पर ट्वीट किया, 'कांग्रेस पार्टी मणिपुर में राज्यसभा सीट नहीं जीत पाई। फिर भी राज्यपाल से मिलकर दावा किया कि विधानसभा में बहुमत उनके पास है। उनके नेताओं अजय माकन और गौरव गोगोई ने कोरोना गाइडलाइंस को धता बताते हुए मणिपुर में प्रवेश किया। उन्हें राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों ने तुरंत क्वॉरन्टीन कर दिया।'
गोगोई, माकन ने किया पलटवार
माधव के इस ट्वीट पर कांग्रेस नेताओं अजय माकन और गोगोई ने पलटवार किया। माकन ने कहा, 'ऐसा नहीं है राम माधव जी। कांग्रेस हमेशा नियमों और परंपराओं का सम्मान करती है।' उन्होंने कहा कि वे अनुमति लेकर आए थे और पहले से ही क्वॉरन्टीन सेंटर बुक कर लिया था। वहीं, गौरव गोगोई ने ट्वीट किया, 'आप अपनी पार्टी के वरिष्ठ सदस्य हैं। मुझे उम्मीद थी कि आप ट्वीट करने से पहले अपने तथ्यों की जांच करेंगे। हो सकता है कि कांग्रेस के 4 वोटों को अवरुद्ध करने के लिए अंतिम समय में किए गए हेरफेर ने एक झूठा विश्वास भर दिया हो।'
‘कांग्रेस के 5 विधायकों ने बीजेपी कैंडिडेट को दिया वोट’
गोगोई के ट्वीट का जवाब देते हुए माधव ने कहा, ‘धन्यवाद। कांग्रेस के कुल 5 विधायकों ने बीजेपी उम्मीदवार को वोट दिया। यह एक तथ्य है।’ माधव ने कहा कि सरकार ने पहले ही आप दोनों नेताओं को क्वॉरन्टीन नियमों के बारे में बता दिया था। उन्होंने कहा, ‘फिर भी आप आत्मविश्वास भरने गए थे। नतीजा...।’ माधव ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि बीजेपी के नेताओं ने क्वॉरन्टीन नियमों का सम्मान किया और अपनी पार्टी का हौसला दिल्ली से ही बढ़ाया। उन्होंने कहा कि हमें अपने राज्य नेतृत्व पर भरोसा था, और नतीजा सामने है।