नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ आज अपने मंत्रीमंडल का विस्तार करने जा रहे हैं, मध्य प्रदेश में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस के पास जरूरत के लायक खुद के विधायक नहीं हैं लेकिन कांग्रेस को बसपा 2, सपा के 1 और 4 निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। ऐसे में सबकी नजर उन 7 विधायकों पर टिकी हुई है जिनके समर्थन से मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है।
इन सातों में से कितने विधायक मंत्री बनने जा रहे हैं? क्या सभी को कमलनाथ मंत्री पद सौंपेंगे या फिर कोई बीच का रास्ता निकालेंगे। सूत्रों की मानें तो बसपा के दो में से एक विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है, 4 निर्दलीय में से भी 2 का मंत्री बनना तय माना जा रहा है, समाजवादी पार्टी के विधायक को मंत्रीपद मिलने की उम्मीद नहीं है। मध्य प्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटों में से 114 कांग्रेस की जीत हुई है, 109 पर भाजपा के उम्मीदवार जीते हैं, 4 पर निर्दलीय उम्मीदवारों की जीत हुई है, 2 पर बसपा और 1 पर समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार जीता है।
मध्य प्रदेश में जिन 7 विधायकों के समर्थन से कांग्रेस की सरकार बनी है वह इस तरह से हैं, भगवानपुरा से निर्दलीय विधायक केदार चिदाभाई दावर, बुरहानपुर से निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह नवल, सुसनेर से निर्दलीय विधायक विक्रम सिंह राणा, वारासियोनी से निर्दलीय विधायक प्रदीप अमृतलाल जायसवाल, भिंड से बसपा विधायक संजीव सिंह, पथरिया से बसपा विधायक रामबाई गोविंद सिंह और बीजापुर से समाजवादी पार्टी विधायक राजेश कुमार।