चेन्नई: तमिलनाडु की मुख्य विपक्षी पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) ने गुरुवार को एक विधायक सहित अपने दो नेताओं को निलंबित कर दिया, क्योंकि वे पार्टी की छवि खराब कर रहे थे। यह जानकारी पार्टी महासचिव के. अनबझागन ने दी।
यहां जारी दो बयानों में अनबझागन ने कहा कि तिरुचेंदूर विधानसभा क्षेत्र की विधायक अनीता आर. राधाकृष्णन और पार्टी नेता वी. करुप्पासामी पंडियन को अनुशासनहीनता तथा पार्टी की छवि खराब करने के आरोप में प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है।
विधायक अनीता के खिलाफ कार्रवाई इस जानकारी के आधार पर की गई कि वह आय से अधिक संपत्ति के मामले में कर्नाटक उच्च न्यायालय द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता एवं उनके सहयोगियों को बरी कर दिए जाने के बाद ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) में लौटना चाहती हैं।
विधायक अनीता वर्ष 2009 में एआईएडीएमके सरकार में मंत्री रह चुकी हैं, पार्टी प्रमुख जयललिता ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था। इसके बाद वह डीएमके में शामिल हुई थीं।
इसी तरह दो बार विधायक रहे पंडियन भी एआईएडीएमके से डीएमके में आए थे। उन्होंने वर्ष 2000 में पार्टी बदली थी। डीएमके ने उन्हें तिरुनेलवेली जिला सचिव नियुक्त किया था।
उन्हें हाल ही में जिला सचिव पद से हटाया गया था। इसके बाद से उनकी छवि असंतुष्ट नेता की बनने लगी थी।