नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा हटाने के सरकार के फैसले और भाजपा की लोकसभा चुनाव में शानदार जीत से प्रभावित आप के दो नेता और कांग्रेस का एक नेता भाजपा में शामिल होने के ‘‘इच्छुक’’ हैं। भगवा पार्टी के सूत्रों ने शनिवार को दावा किया कि तीनों को दिल्ली में उनकी पार्टियों ने अलग-अलग लोकसभा सीटों से खड़ा किया था लेकिन वे अपने भाजपा प्रतिद्वंद्वी से हार गए थे।
दिल्ली भाजपा के एक शीर्ष नेता ने कहा, ‘‘उन्होंने मोदी सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 हटाने के बाद पार्टी में शामिल होने की इच्छा जताई है।’’ भाजपा नेता ने कहा, ‘‘इन नेताओं ने दिल्ली में अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों से लोकसभा चुनाव लड़ा था और ये बड़े अंतर से हार गए थे। वे अब भाजपा के संपर्क में है और उन्होंने पार्टी में शामिल होने की इच्छा जतायी है।’’
गौरतलब है कि लोकसभा चुनावों के लिए चुनाव पूर्व गठबंधन करने की कोशिश में नाकाम रहने के बाद कांग्रेस और आप ने राष्ट्रीय राजधानी की सभी सातों सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। इन तीनों नेता के संपर्क में रह रहे एक अन्य शीर्ष भाजपा नेता ने कहा, ‘‘अनुच्छेद 370 हटाकर जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तरीके के लिए प्रशंसा के अलावा ये तीनों नेता इस साल लोकसभा चुनावों में भाजपा की भारी बहुमत से जीत से भी प्रभावित हैं।’’
इन तीनों नेताओं ने दक्षिण, उत्तर पश्चिम और पश्चिमी दिल्ली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था। उन्होंने कहा कि वे राष्ट्रीय नेतृत्व से ‘‘हरी झंडी’’ मिलने के बाद भाजपा में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इनमें से दो ने आप के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था जबकि एक ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था।’’
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि कई लोग पार्टी में शामिल होने के इच्छुक हैं। हालांकि उन्होंने विशिष्ट तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करिश्मा कई लोगों को भाजपा की ओर खींच रहा है।’’ दिल्ली भाजपा के सूत्रों ने दावा किया कि उनकी प्रदेश इकाई ने दिल्ली में पूर्वांचली और बिहारी इलाकों में पैठ बना ली है जिसे आप का गढ़ माना जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘यह इन तीनों नेताओं के पार्टी छोड़ने और भाजपा में शामिल होने के पीछे अन्य वजह है।’’
आप ने 2015 के विधानसभा चुनावों में प्रचंड जीत हासिल की थी। उसने दिल्ली में बसे भोजपुरी भाषी पूर्वी उत्तर प्रदेश (पूर्वांचली) और बिहार के लोगों के समर्थन से 70 विधानसभा सीटों में से 67 पर जीत दर्ज की थी। सूत्रों ने कहा, ‘‘तिवारी बिहार के जाने-माने भोजपुरी अभिनेता-गायक हैं। वह अपने समुदाय को मजबूती से जोड़ने में सक्षम रहे जो 2017 के नगर निगम चुनावों और इस साल के लोकसभा चुनावों से साबित हो गया।’’ दिल्ली में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके मद्देनजर दिल्ली भाजपा ने करीब 17 लाख नए सदस्य जोड़े हैं।