नई दिल्ली: मौजूदा लोकसभा ने अपने कार्यकाल के दौरान पेश किए गए 273 विधेयकों में से 240 को पारित किया। संसद के निचले सदन में जहां 10 विधेयकों को वापस ले लिया गया, वहीं 23 विधेयक अभी भी लंबित हैं। चुनाव निगरानी संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने बुधवार को यह जानकारी दी। 16वीं लोकसभा की 312 बैठकों में सांसद औसतन 221 बैठकों में उपस्थित रहे जबकि औसतन 251 प्रश्न पूछे गए। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की सुप्रिया सुले ने सबसे ज्यादा 1,181 प्रश्न पूछे।
बात करें पार्टियों की तो सबसे ज्यादा प्रश्न शिवसेना के 18 सांसदों द्वारा पूछे गए। इसके प्रत्येक सांसद ने औसतन 639 प्रश्न पूछे जबकि नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के दो सांसदों ने सबसे कम प्रश्न पूछे। दोनों सांसदों ने औसतन 10 सवाल पूछे।
16वीं लोकसभा में दिल्ली के सात सांसदों की औसतन उपस्थिति सबसे ज्यादा रही, उन्होंने 289 बैठकों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। एडीआर ने कहा कि नागालैंड के दो सांसदों की उपस्थिति सबसे कम रही। वे 312 बैठकों में से औसतन 88 में ही उपस्थित रहे।
इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के दो सांसदों की औसत उपस्थिति सबसे ज्यादा रही, वे 264 बैठक में उपस्थित रहे। एनपीपी के दो सांसदों की उपस्थिति सबसे कम रही, वे औसतन 85 बैठकों में ही शामिल हुए थे।