नई दिल्ली। मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की अनुपस्थिति में गोवा में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। रविवार को भाजपा की एक केंद्रीय टीम के गोवा पहुंचने के बाद सोमवार को कांग्रेस के 16 में से 14 विधायकों ने राज्य में सरकार बनाने का मौका दिए जाने की मांग की है। कांग्रेस विधायकों ने राज्यपाल से मिलने की कोशिश की लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो पाई। इसके बाद उन्होंने राज्य में सरकार बनाने का मौदा दिए जाने के लिए राज्यपाल के नाम एक चिट्ठी सौंपी।
वहीं दूसरी ओर भाजपा की केंद्रीय टीम ने बीमार चल रहे मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की अनुपस्थिति में वैकल्पिक नेतृत्व के कयास के बीच सोमवार को यहां गोवा के पूर्व विधायकों से मुलाकात की। यहां एक होटल में सिलसिलेवार बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) राम लाल और उनके सहयोगी बी.एल. संतोष और विजय पुराणिक ने की।
बैठक में राम लाल ने कहा कि गोवा सरकार स्थिर है और उसमें किसी तरह के बदलाव की कोई आवश्यकता नहीं है। यह कहते हुए कि राज्य सरकार स्थिर है, राम लाल ने कहा कि सहयोगियों ने बैठक में भाजपा को अपना समर्थन दोहराया है। उन्होंने कहा कि बैठक में विभिन्न नेताओं द्वारा व्यक्त राय को राज्य के हित में निर्णय लेने के लिए पार्टी हाई कमांड के साथ साझा किया जाएगा (बुधवार को होगा भीमा कोरेगांव हिंसा के आरोपियों की गिरफ्तारी पर फैसला, फिलहाल रहेंगे नजरबंद )
बता दें कि मनोहर पर्रिकर को अग्नाशय संबंधी बीमारी के इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया गया है। आईआईटी इंजीनियर से राजनेता बने 62 वर्षीय पर्रिकर दो क्षेत्रीय सहयोगियों गोवा फॉरवर्ड पार्टी और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी तथा तीन निर्दलीयों के सहयोग से गोवा में सरकार चला रहे हैं। राज्य विधान सभा में कुल 40 सीटें हैं। इसमें से 14 सीटें भाजपा के पास, 3-3 सीटें भाजपा को समर्थन दे रही गोवा फॉरवर्ड पार्टी और महाराष्ट्रवादि गोमंतक पार्टी के पास हैं। 3 निर्दलीय विधायक भी भाजपा को अपना समर्थन दे रहे हैं। गोवा में भाजपा के साथ कुल 23 विधायक हैं। वहीं विपक्ष में 16 सीटें कांग्रेस और 1 सीट राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पास है।