नई दिल्ली। देश की सबसे पुराने राजनीतिक दल कांग्रेस का आज 28 दिसंबर को स्थापना दिवस है, आज ही के दिन 1885 में मुंबई के तेजपाल संस्कृत महाविद्यालय में इसकी स्थापना हुई थी। स्थापना के समय इसके 72 प्रतिनिधी थे और दादा भाई नौरोजी, ए ओ ह्यूम तथा दिनशा वाजा ने मिलकर इसकी स्थापना की थी।
कांग्रेस पार्टी की वेबसाइट के मुताबिक स्थापना से लेकर अभी तक पार्टी में कुल 28 अध्यक्ष रह चुके हैं, मौजूदा अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी के 58वें अध्यक्ष हैं जिनको पिछले साल ही पार्टी की कमान सौंपी गई है। पार्टी की स्थापना से लेकर सन 1900 तक पार्टी में 15 अलग-अलग अध्यक्ष आए, इसके बाद सबसे अधिक 29 अध्यक्ष 1900 से लेकर सन 1947 के दौरान रहे, आजादी के बाद से लेकर अबतक पार्टी के कुल 14 अध्यक्ष नियुक्त हुए हैं।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को बेलगाम में कांग्रेस के 39वें अधिवेशन में पार्टी अध्यक्ष बनाया गया था। सुभाष चंद्र बोस को त्रिपुरा में हुए 51वें अधिवेश के दौरान अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद मुंबई में हुए 48वें अधिवेशन के दौरान कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे। देश के पहले प्रधानमंत्री पहली बार लाहौर में हुए 44वें अधिवेशन, फिर लखनऊ में हुए 49वें अधिवेशन और बाद में फैजपुर में हुए 50वें अधिवेशन में पार्टी के अध्यक्ष बने थे। सरदार वल्भभाई पटेल को कराची में हुए 45वें अधिवेशन के दौरान पार्टी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
1907 में कांग्रेस का दो दलों में विभाजन भी हुआ था, गरम दल का नेतृत्व बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय और विपिन चंद्र पाल करते थे जबकि नरम दल के नेताओं में गोपाल कृष्ण गोखले, फिरोजशाह मेहता और दादा भाई नौरोजी का नाम था।