World Population Forecast For 2100: धरती इन दिनों कई समस्याओं से जूझ रही है। इसमें से एक समस्या है इंसानों की बढ़ती आबादी। दुनिया में बढ़ती आबादी के कई कारण हैं। जैसे लोगों में शिक्षा की कमी, जागरुकता की कमी, परिवार नियोजन, घटना मृत्यु दर, गर्भनिरोधकों की कमी, धार्मिक मान्यताएं। अधिक आबादी बढ़ने का नुकसान यह है कि संसाधनों पर अत्यधिक दबाव बढ़ रहा है। हर शहर में भारी भीड़ और प्रदूषण का लोगों को सामना करना पड़ रहा है। यह पर्यावरण के लिए गंभीर चुनौती है। वर्तमान में पूरी दुनिया की आबादी 8 अरब को पार कर चुकी है। वहीं बताया जा रहा है कि वर्ष 2100 तक यह आबादी 10.4 बिलियन को पार कर जाएगा। इस बाबत संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या प्रभाग ने एक रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि कौन से देश वर्ष 2100 तक सबसे ज्यादा आबादी वाले रहेंगे।
भारत
वर्ष 2100 तक भारत की आबादी 1,533 मिलियन पहुंच सकती है। वर्तमान में भारत की जनसंख्या 1,425,775,850 है। हमने आबादी के मामले में चीन को पछाड़ दिया है। वर्ष 2000 में भारत की आबादी 100 मिलियन से अधिक थी लेकिन अगले कुछ वर्षों में आबादी तेजी से बढ़ेगी।
चीन
चीन वर्तमान में जनसंख्या की संकट का सामना कर रहा है। देश की वर्तमान जनसंख्या 1.412 बिलियन है। वहीं साल 2000 में चीन की जनसंख्या 1,295.33 मिलियन थी। लेकिन 2100 वर्ष तक देश की कुल आबादी 771 मिलियन होने की संभावना है।
नाइजीरिया
यहां की वर्तमान जनसंख्या 221,168,109 है। वहीं वर्ष 2000 में नाइजीरिया की आबादी 122.9 मिलियन थी। संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी इस रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2100 तक नाइजीरिया की आबादी 546 मिलियन से अधिक रहेगी।
पाकिस्तान
वर्तमान में पाकिस्तान की आबादी 233,515,417 है। वहीं वर्ष 2000 में यह 15.44 मिलियन थी। वहीं वर्तमान में पाकिस्तान दुनिया का 5वां सबसे अधिक आबादी वाला देश है। रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2100 तक यह जनसंख्या बढ़कर 487 मिलियन तक पहुंच जाएगी। यानि इस समय तक पाकिस्तान दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाला चौथा देश बन जाएगा।
कांगो
डीआर कांगो की वर्तमान जनसंख्या 97,574,097 है। वहीं 2024 में आबादी के 10 करोड़ से अधिक होने की संभावना है। साल 2000 में इस देश की आबादी 48.6 मिलियन थी। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक 21वीं सदी यह संख्या 431 मिलियन तक जाने की संभावना है।